मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस तरह सीएए के नाम पर हिंसा करने वालों के पोस्टर लगवायी थी अब उसी प्रकार महिला अपराध करने वालों के पोस्टर भी लगायेगी। उत्तर प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध को रोकने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला लिया है। अब यूपीसरकार दुराचारियों और अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिये ऑपरेशन दुराचारी चलाएगी।योगी ने कहा कि कहीं भी महिलाओं के साथ कोई आपराधिक घटना हुई तो संबंधित बीट इंचार्ज, चौकी इंचार्ज, थाना प्रभारी और सीओ जिम्मेदार होंगे।उन्होंने कहा कि महिलाओं से किसी भी तरह का अपराध करने वाले अपराधियों को महिला पुलिस कर्मियों से ही दंडित कराओ। ऐसे अपराधियों और दुराचारियों के मददगारों के भी नाम उजागर करने का आदेश दिया।
योगी ने कहा कि महिलाओं और बच्चियों के साथ किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने वालों को समाज जाने, इसलिए चौराहों चौराहों पर लगाओ ऐसे अपराधियों के पोस्टर लगवाएं। इससे पहले योगी सरकार ने सीएए को लेकर 19 दिसंबर को लखनऊ में हुए प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों की फोटो, उनके नाम-पते के साथ पोस्टर उनके इलाकों में लगवाया था। सरकार के इस निर्णय का महिलाओं ने खुल कर प्रसंसा किया है। लेकिन राजनैतिक दलों ने इस फैसले पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि क्या सरकार महिलाओं की सुरक्षा कर पाने फेल हो गयी है। सपा प्रवक्ता अरविंद भदौरिया ने कहा कि क्या कानून से महिला अपराध रोकने में योगी सरकार हार मान चुकी है। इस तरह के मीडिया हेडलाइन वाले उपायों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि कुछ भी करें। यूपी सरकार महिला अपराध रोके। प्रदेश में महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं।