पीएम नरेंद्र मोदी आगामी चुनाव को लेकर यूपी व उत्तराखंड के सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी उपस्थित होंगे। इसको लेकर सोशल मीडिया यूजर्स सरकार के प्रति नाराजगी जता रहे हैं। पीएम मोदी को कोस रहे लोगों का कहना है कि जिनको इस्तीफा देना चाहिए वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैठक कर रहे हैं।
पूर्व IAS सूर्यप्रताप सिंह ने लिखा कि टेनी पीएम के साथ नाश्ता करेंगे, टेनी में ऐसा क्या है मेरे भाई? मोदी जी उन्हें दिल से माफ नहीं कर पाएंगे। मुकेश शर्मा नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि ऐसी क्या मजबूरी है पीएम नरेंद्र मोदी कि वह अजय मिश्रा को मंत्री पद से नहीं हटा रहे हैं। अनामिका दुबे (@Anamika_665) नाम की ट्विटर यूजर लिखती है कि अरे मंत्री पद से नहीं हटा सकते तो कम से कम अपने साथ लेकर तो मत बैठिए।
अवधेश कुमार गुप्ता नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट किया गया कि एसआईटी के लिए संदेश है कि नरेंद्र मोदी सरकार अजय मिश्र टेनी के साथ खड़ी है। अपना हित और करियर को देखते हुए जांच करें। आखिर जांच करने वाले अधिकारियों के बॉस तो देनी महाराज ही हैं। शुभम पांडे
(@ssspandey50) नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि पूरा गृह मंत्रालय और कैबिनेट अजय मिश्र टेनी जैसे लोगों से भरा पड़ा है, तो फिर ऐसे लोग क्यों ही हटाए जाएंगे। बीजेपी में कुछ शर्म बची होती तो उन्हें कब से मंत्री पद से हटा दिया गया होता।
अनुराग सिंह नाम के ट्विटर यूजर्स लिखते हैं कि अजय मिश्रा ब्राह्मण हैं इसलिए उन्हें हटाया नहीं जा रहा है क्योंकि पता है यूपी चुनाव में ब्राह्मण वोटों की क्या अहमियत है। गुलाब अंसारी नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि अजय टेनी के पास बीजेपी के ऐसे कई राज होंगे जिसकी वजह से उन्हें हटाया नहीं जा रहा है। धीरज नाम के यूजर ने लिखा कि अब तो ऐसा लगने लगा है कि टेनी ही प्रधानमंत्री पद के अगले दावेदार हैं।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी की रिपोर्ट को लेकर एक पत्रकार ने अजय मिश्र टेनी से सवाल पूछा था तो उन्होंने पत्रकारों से बदसलूकी करते हुए धमकी दी थी। इसको लेकर विपक्ष सड़क से लेकर संसद तक हंगामा कर रहा है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि यह जो मंत्री है, उसको सरकार से निकाल देना चाहिए। यह क्रिमिनल है इसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।