पीलीभीत ।पीलीभीत टाइगर रिजर्ब में आज भी शिकारियों की मनमानी बनी हुई है। वे विना खौफ वन्य जंतुओं का शिकार कर रहे हैं। इसका जीत जागता प्रमाण महोफ रेंज में पकड़ा गया शिकारी है। वन कर्मियों ने एक शिकारी को चीतल के सींग के साथ पकड़ा है। इस बीच अंधेरे का फायदा उठाते हुए दो शिकारी मौके से फरार हो गए। पकड़े गए शिकारी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। वन अधिकारियों ने बताया कि आरोपी शिकारी चार साल पहले बाघ की हत्या में जेल गया था और जमानत पर चल रहा है। टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज के डिप्टी रेंजर आरिफ जमाल अपनी टीम के साथ सोमवार की रात जंगल में पेट्रोलिंग कर रहे थे। कंपार्टमेंट नंबर तीन के पास टीम को आहट लगी कि वहां पर कोई है। पास जाकर देखा तो तीन लोग कुछ हाथ में पकड़े आ रहे थे।
घेराबंदी पर भागते समय टीम ने एक को दबोच लिया, दो मौके से फरार हो गए। आरोपी के पास से चीतल के सींग बरामद हुए। उसे पूछताछ के लिए रेंज ले जाया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुद को गांव मैनाकोट का रहने वाला श्याम बिहारी उर्फ गुरु बताया। उसके पास चीतल के सींग के साथ एक भाला भी बरामद किया गया । पकड़े गए शिकारी से मिली जानकारी के बाद वन कर्मियों ने उसके फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी। अभी तक कोई हाथ नहीं लग सका।
डिप्टी रेंजर आरिफ जमाल ने बताया कि आरोपी वर्ष 2013-14 में बाघ की हत्या अपने तीन अन्य साथियों के साथ की थी और दुलाल नाम के शिकारी के हाथ खाल बिक्री थी। इस मामले में उसे वर्ष 2016 में जेल भेजा गया था। वह18 माह बाद जेल से जमानत पर आया था। आरोपी ने बताया कि उसे सींग जंगल में पड़े मिले थे और इसे घर ले जा रहा था। आरोपी को जेल भेजा गया है। फरार आरोपियों की तलाश जारी है।