रिपोर्ट-पवन पाण्डेय
आई टी सी मिशन सुनहरा कल एवं संस्था उमंग सुनहरा कल के तत्वाधान में विकास खंड चरगवां के रामपुरगोपाल में किसान पाठशाला एवं कस्टम हायरिंग सेंटर के महिलाओ का एक दिवसीय बेमौसम सब्जी उत्पादन एवं नर्सरी उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
महायोगी गोरक्षनाथ कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ- उद्यान डॉ अजीत कुमार श्रीवास्वत ने जायद फसल हेतु समय पूर्व खीरे, घेवड़ा एवं लौकी आदि की नर्सरी तैयार करने पर जोर दिया एवं एवं पॉलीहाउस एवं लो टनल पाली हाउस में नर्सरी उत्पादन के ऊपर प्रकाश डाला।
डॉक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि कद्दू वर्गीय सब्जियों की अगेती फसल हेतु सब्जियों की पौध पॉलिथीन में अथवा प्लास्टिक के गिलास में तैयार करना चाहिए जिसमें एक अनुपात एक अनुपात एक मिट्टी बालू तथा सड़ी हुई गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट मिलाकर भरना चाहिए साथ ही साथ ट्राइकोडरमा पाउडर भी मिलाना चाहिए।
इसके पश्चात इनमें अपनी पसंद की फसल के एक से दो बीज एक गिलास में डालते हैं तथा इनको जाली तथा पॉलिथीन की बनी हुई सुरंग में रख देते हैं जहां पर तापमान बाहरी तापमान से अधिक होता है जिसकी वजह से बीजों का अंकुरण आसानी से हो जाता है अंकुरण के पश्चात दिन की धूप में खुला छोड़ देना चाहिए तथा रात के समय पॉलीथिन से ढक देना चाहिए।
इस विधि को अपनाकर आप समय पूर्व आसानी से एक से डेढ़ माह की पौध तैयार कर सकते हैं. इसके पश्चात खेत में रोपाई कर दे और अगेती फसल बाजार में लाकर अधिक आय अर्जन कर सकते हैं.
संस्था उमंग सुनहरा कल के समन्वयक अरुणेंद्र वर्मा ने महिलाओं को कस्टम हायरिंग सेंटर से होने वाले लाभ को समझाते हुए महिला उत्पादक कंपनी बनाकर महिलाये अपनी आय में बृद्धि कर सकती है। इस मौके पर लगभग 50 पुरुष एवं महिला कृषको के साथ बिनोद जी संतोष जी साधना जी एवं अन्य महिलाये एवं पुरुष किसान उपस्थित रहे।