बंगाल के बाहर टीएमसी के पैर पसारने में प्रशांत किशोर ममता बनर्जी की पूरी मदद कर रहे है। प्रशांत किशोर कई बार राहुल गांधी और कांग्रेस की आलोचना भी कर चुके हैं और कह चुके हैं कि इस स्थिति में पार्टी नरेंद्र मोदी से टक्कर नहीं ले सकती। वहीं उनको इस बात का विश्वास हो चला है कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी के खिलाफ के बड़ा चेहरा साबित हो सकती हैं।
इसी क्रम में मेघालय में टीएमसी ने कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका दे दिया है। यहां ममता बनर्जी की पार्टी ने कांग्रेस में बड़ी सेंध लगा दी। कांग्रेस के 17 विधायकों में से 12 ने टीएमसी जॉइन करने जा रहे हैं जिनमें पूर्व सीएम मुकुल संगमा भी शामिल हैं।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों से टीएमसी अपना विस्तार कर रही है और सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस का ही हो रहा है। ममता बनर्जी जब दिल्ली पहुंचीं तो उनसे सोनिया गांधी से मुलाकात न करने का कारण भी पूछ लिया गया। इसपर उन्होंने कहा कि हर बार किसी से नहीं मिला जा सकता है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पंजाब चुनाव को लेकर व्यस्त हैं इसलिए उनसे मिलने का समय नहीं मिल सका।
उधर टीएमसी त्रिपुरा और गोवा में भी विस्तार करने में लगी हुई है। इन दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है। गोवा में तो पूर्व मुख्यमंत्री फलेरियो भी टीएमसी का दामन थाम चुके हैं। हाल ही में राहुल गांधी के बेहद करीब रहे कीर्ति आजाद और अशोक तंवर भी टीएमसी में शामिल हो गए।
जेडीयू नेता भी टीएमसी में
पांच राज्यों में चुनावों से पहले टीएमसी की स्थिति मजबूत होती दिख रही है। ममता बनर्जी इस बार गोवा पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। हालांकि अन्य राज्यों में भी नेता उनकी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। हाल ही में जेडीयू नेता पवन वर्मा भी टीएमसी में चले गए। माना जाता है कि वर्मा प्रशांत किशोर के साथ मिलकर काम करने वालों में से एक थे।
बता दें कि कुछ समय पहले चर्चा थी कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में जाने वाले हैं लेकिन बाद में इन खबरों पर भी विराम लग गया।