पिछले कई महीनों से राफेल जहाज में एक बड़े घोटाले की बात सामने आती रही है।पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि फ़्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति के बयान के बाद हमारे देश को दुनिया के सामने एक शर्मनाक परिस्तिथि से गुज़रना पड़ रहा है।
राफेल डील में हुए घोटाले को लेकर, संसद से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन हुए। आम आदमी पार्टी से लेकर देश की अन्य कई पार्टियों ने इस घोटाले के विरोध में अवाज़ बुलंद की। परन्तु भाजपा के गौण से लेकर शीर्ष तक के नेता इस घोटाले पर सच्चाई बताने की जगह पर्दा डालने की कोशिश कर रहे है। आज देश की जनता जानना चाहती है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इतने गंभीर आरोप लग रहे हैं तो प्रधानमंत्री जनता के सामने आकर इस मुद्दे पर सफाई पेश क्यों नहीं करते, क्यों नहीं देश की जनता को बता देते की सच्चाई क्या है?
उन्होंने कहा की अगर फ़्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति झूठ बोल रहे हैं तो ये केवल प्रधानमंत्री की ही नहीं बल्कि पुरे देश की अस्मिता का सवाल है। ऐसी स्थिति में जब देश पूरी दुनियां के सामने इतनी शर्मनाक परिस्थिति से गुजर रहा है, तो क्यों नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के सामने आकर फ़्रांस के राष्ट्रपति के इस झूठ का जवाब देते और अगर फ्रासं के राष्ट्रपति सच बोल रहे हैं तो प्रधानमंत्री को इस जघन्य अपराध के लिए नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
सारी नीति-नियमों को तांक पे रख कर, देश की सुरक्षा से समझौता करके आपने राफेल का सौदा अनिल अम्बानी की कंपनी को दे दिया। देश जानना चाहता है कि इसके पीछे आपकी क्या मंशा थी? आज देश की जनता खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रही है। देश की जनता ने आपको प्रधानमंत्री चुना था, परन्तु आज की स्तिथि से लगता है कि आप केवल और केवल अम्बानियों के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं।
गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहती है कि इस मुद्दे पर आप चुप क्यों हैं? क्या सच मुच आपने राफेल डील में घोटाला किया है? प्रधानमंत्री की चुप्पी इस मसले में कोई विकल्प नहीं है। आप को इस बात का जवाब देना पड़ेगा कि कैसे एक सरकारी कंपनी एचएएल को हटा कर कुछ दिन पहले बनी अम्बानी की एक कम्पनी इस समझोते में शामिल हो गई? और कैसे 526 करोड़ का राफेल विमान 1670 करोड़ अर्थात कैसे एक जहाज की कीमत 300 गुना बढ़ गई, ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता को बताना पड़ेगा।
इस पूरे प्रकरण में जो सबसे महत्वपूर्ण बात है कि राफेल की खरीद पर दोनों देशों के बीच जो पहला करार हुआ था, भाजपा सरकार ने उसमे बदलाव करके उसमे सीक्रेट क्लोज़ के नाम से एक नया क्लोज़ जोड़ दिया ताकि इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की जानकारी बाहर न जा सके, और राफेल सौदे की आड़ में जो चोरी की जा रही है, उसे छुपाया जा सके।
गोपाल राय ने कहा कि ये देश की सुरक्षा से जुदा मुद्दा है। ये सारा जांच का विषय है, तो आम आदमी पार्टी की ये मांग है कि एक संयुक्त संसदीय कमिटी का गठन किया जाए, और निष्पक्ष तरीके से इस पुरे मुद्दे कि जांच कराइ जाए।