बीते सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की ज़िम्मेदारी कांग्रेस पर डाल दिया था। जसके बाद कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने मोदी के भाषण पर तीखा हमला बोला है।
बीते सोमवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान कांग्रेस ने महाराष्ट्र में मजदूरों को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और बिहार भेजा जिससे पूरे देश में कोरोना फ़ैल गया। मोदी कि इस बेहद अंसवेदनशील भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए, प्रियंका गांधी ने मोदी से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री चाहते थे कि कोई उन ग़रीब मजदूरों की मदद न करे। “मोदी जी क्या चाहते थे? वे सभी लाखों करोड़ो मजदूर रोड पर भूखे मर जाये?”
बीते सोमवार को गोवा के पणजी में बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “जिन लोगों को मोदी रोड पर छोड़ गए थे, जिनके पास अपने घर लौटने का कोई रास्ता नहीं था, जो पैदल वापस आ रहे थे – क्या मोदी चाहते थे कि कोई उन ग़रीब मजदूरों की मदद न करता? मोदी जी क्या चाहते थे? मोदी जी जो बंगाल में बड़ी रैलियां कीं, उनका कोई ज़वाब है मोदी जी के पास ?”
इससे पहले मोदी ने यह कहते हुए कांग्रेस पर भी निशाना साधा था कि कई चुनावी हार के बावजूद कांग्रेस का “अहंकार” ख़त्म नहीं हुआ है। पीएम मोदी ने कहा, “कांग्रेस के कुकर्मों” से यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस को अगले 100 वर्षों तक सत्ता में नहीं आने का मन बना लिया है।
अपने हमले को जारी रखते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने प्रवासी श्रमिकों को मुंबई छोड़ने के लिए मुफ्त ट्रेन टिकट दिया, जिसके कारण पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कोरोना का प्रसार हुआ। प्रधान मंत्री ने कहा “कोरोना की पहली लहर के दौरान कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी… जब डब्ल्यूएचओ सभी को सलाह दे रहा था कि वे जहां है वहीं रहें, तब कांग्रेस ने निर्दोष लोगों को डराने के लिए मुंबई रेलवे स्टेशन पर गई। उन्होंने मजदूरों को अपने राज्यों में वापस जाने के लिए ज़ोर दिया।”