नई दिल्ली, 15 अप्रैल। दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में रहने वाले यंग एंड डायनेमिक प्रोफेशनल पुनीत कुमार कनोजिया ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मौजूदा दौर में भारत एक युवा शक्ति वाला देश, जिसके युवाओं में ना केवल आगे बढ़ने का जज्बा है, बल्कि अपने हुनर से विश्वभर में अपनी एक अलग पहचान बनाने की काबिलियत भी है।
इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स ने पुनीत कुमार कनोजिया का नाम यंग एंड प्रोमिसिंग पीआर डायरेक्टर एंड मीडिया कंसल्टेंट, के रूप में दर्ज किया है। गौरतलब है कि साहसिक, सांस्कृतिक और कौशल सहित विभिन्न स्तरों पर अनेकों कीर्तीमानों को दर्ज करने वाली यह पहली पुस्तक है, जो हिन्दी में लिखी गयी है। यह किताब भारत सरकार द्वारा पंजीकृत है तथा एशिया बुक आफ रिकार्ड्स से संबंद्ध है, जिसमें रिकार्ड्स संकलन हेतु इंटरनेशनल प्रोटोकाल्स आफ रिकार्ड्स (आईपीआरएस) का पालन किया जाता है।
यही वजह है कि एक युवा एवं होनहार पेशेवर होने के नाते पुनीत कुमार कनोजिया की इस उपलब्धि का महत्व और भी बढ़ जाता है। आज तेजी से बढ़ते भारत में मीडिया, पब्लिक रिलेशंस, ईवेंट मैनेजमेंट, ब्रांडिंग, डिजिटल मार्केटिंग और प्रोडक्शन जैसे क्षेत्रों की अहमियत काफी बढ़ गयी है। ऐसे में गलाकाट प्रतियोगिता होना भी स्वाभाविक है, लेकिन पुनीत कुमार कनोजिया ऐसी तमाम चीजों के बावजूद संबंधित क्षेत्र में अपने कार्य की गुण्वत्ता, सटीक प्लानिग एवं प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं, जिसकी पुष्टि इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स में उनके नाम के दर्ज होने से होती है। लेकिन पुनीत कुमार कनोजिया के लिए इस मुकाम तक पहुंचना कोई आसान कार्य नहीं था। इस दौरान उनके जीवन में कई मौके आये जब उन्हें कई तरह की कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा। लेकिन उन्होंने हर बार अपनी सूझबूझ और धैर्य से हर चुनौती का मुकाबला किया।
रोहिणी में एक बेहद साधारण परिवार में 3 फरवरी, 1991 को जन्मे पुनीत कुमार कनोजिया का बचपन कई तरह के संघर्षों के दौर से गुजरा। बावजूद इसके उन्होंने कभी मुसीबतों के आगे घुटने नहीं टेके। फिर बात चाहे कई तरह के अभावों के बावजूद सम्मानजनक रूप से शिक्षा ग्रहण करने की हो या फिर अपने पक्के इरादों के साथ पीआर और मीडिया जैसे पेशेवर क्षेत्रों में कदम रखने की हो। शुरूआत में बेहद चकाचौंध और ग्लैमर से भरपूर यह क्षेत्र उनके सामने कई तरह की चुनौतियां पेश करता रहा। कभी रचनात्मकता के स्तर पर तो कभी तमाम चीजों के प्रबंधन के स्तर पर। लेकिन उन्होंने कभी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया और ना ही कभी किसी काम को छोटा समझा, बल्कि अपने क्षेत्र की हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी चीज को पूरा मन लगाकर सीखा। यही वजह है कि कई तरह की योजनाओं को लेकर उनके आकलन बिलकुल सटीक निकले और वह धीरे-धीरे अपनी खुद की एक कंपनी को स्थापित करने में कामयाब रहे। आज पुनीत कुमार कनोजिया साक्षर मीडिया साल्यूशंस एंड कंसल्टेंट प्रा. लि. और डेल्टा न्यूज (राष्ट्रीय समाचार पत्र) के संस्थापक एवं निदेशक हैं और अपने क्षेत्र में एक जाना माना नाम भी। बकौल पुनीत कुमार कनोजिया, पीआर और मीडिया बेहद अलग किस्म के पेशेवर क्षेत्र हैं, जिसमें आप अपने क्लाइंट के प्रति पूरे समर्पण भाव के साथ कार्य करते हैं। यह एक चौबीसों घंटों व्यस्त रहने वाला क्षेत्र है, क्योंकि खबरे किसी के लिए रुकती नहीं हैं और आज के दौर में मीडिया का काम है सबसे पहले लोगों को सच्ची और सटीक खबर देना है। इसलिए इस जिम्मेदारी ने मुझे कभी एक पल के लिए भी चैन से बैठने ही नहीं दिया। और शायद यही वजह है कि आज मुझे यह सम्मान बड़े गर्व की अनुभूति दे रहा है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स द्वारा उन्हें वर्ष 2020 के संस्करण के लिए यंग एंड प्रोमिसिंग पीआर डायरेक्टर एंड मीडिया कंसल्टेंट, के रूप में पंजीकृत किया जाना और प्रोत्साहन एवं प्रशंसा के रूप में प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाना वाकई हर्ष का विषय है। अपनी इस कामयाबी के लिए वह इंडिया बुक आफ रिकार्ड्स का धन्यवाद देते हुए कहते हैं, यंग एंड प्रोमिसिंग पीआर डायरेक्टर एंड मीडिया कंसल्टेंट, टाइटल के तहत इस किताब में स्थान पाना वाकई रोमाचंकारी है, जिसके लिए मैं इस पुस्तक के संपादकीय एवं प्रबंधन विभाग का शुक्रिया अदा करता हूं।
एक उपलब्धि के रूप में पुनीत कुमार कनोजिया सराहना और बधाई के हकदार इसलिए भी हैं, क्योंकि इस सम्मान से उन्हें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा और एक नयी ऊर्जा मिली है। वह कहते हैं, इस तरह के सम्मान से किसी भी युवा का उत्साहवर्धन होता है। आपको लगता है कि सोसाइटी आपके कार्यों को देख रही है, सराहना कर रही है। ऐसे में आपके अपने देश के प्रति और समाज के प्रति दायित्व बढ़ जाते हैं, जिन्हें बेहद जिम्मेदारी के साथ पूरा करना आपका कर्तव्य होजाता है। इसलिए जाहिर तौर पर ऐसी प्रतिष्ठित किताब में स्थान पाना मुझे गौरवांवित कर रहा है।