इफ़्तार के बहाने महागठबंधन को साधेंगे राहुल गाँधी

रवि उपाध्याय/ लोकसभा चुनाव 2019 की नजदीकी आहट को देखते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गाँधी इफ्तार पार्टी के बहाने  विपक्षी पार्टी के प्रमुखों को साधने में जुट गये है।पहली बार राहुल के न्योते पर विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं को बुलावा दिया गया है। इससे पहले सोनियां गाँधी के न्योते पर विपक्षी दल रोजा इफ्तार पार्टी में जुटता रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी की राहुल के कहने पर विपक्षी पार्टी के कौन कौन से प्रमुख नेता इफ्तार पार्टी में जुटेंगे।इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।

2 साल में कांग्रेस की रोजा इफ्तार पार्टी

इस इफ्तार पार्टी से पहले कांग्रेस की ओर से सोनियां गाँधी के नेतृत्व में 2015 में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था।2 साल के अंतराल के बाद अब राहुल गाँधी कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद इस इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे है।

इफ्तार के बहाने सभी विपक्षी दलों के साथ गठबंधन पर निगाहें  

राहुल ने इफ्तार पार्टी के बहाने सभी गैरबीजेपी दलों के नेताओं को बुलावा दिया है।राहुल की रोजा पार्टी में सपा बसपा, एनसीपी, जेडीएस,  आरजेडी और वामदल के नेताओं को बुलावा दिया गया है। हालांकि राहुल ने उन पार्टियों के नेताओं को न्योता नहीं दिया है जो बीजेपी के साथ जुड़ी हुई है साथ ही रोजा पार्टी से उन पार्टियों को भी दूर रखा गया है जो पहले एनडीए का हिस्सा रह चुकी है।

सभी गैरबीजेपी विपक्षी पार्टियां 2019 में भाजपा को मात देने के लिए महागठबंधन की गुहार लगाती नजर आ रही है।इससे पहले भी सोनियां गाँधी के डिनर में 17 पार्टियों के नेता की मौजूदगी सब कुछ बयां कर रही थी।हाल ही में कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं द्वारा शक्ति प्रदर्शन भी किया गया था।हाल ही में यूपी में हुए उपचुनावों में जिस तरह सपा बसपा तथा रालोद ने मिलकर महागठबंधन बनाकर भाजपा को करारी मात दी है ठीक उसी तरह अब 2019 के लिए मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा पार्टी को हराने के लिए पूरे देश में महागठबंधन बनाने पर विपक्ष की निगाहें टिकी हुई है।    

 

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