रिपोर्ट- बिस्मिल्लाह खान
राम मंदिर निर्माण नींव मुंबई के रिसर्च सेंटर में तैयार की जा रही है। जिसके ब्लूप्रिंट के आधार पर परिसर में मलबा हटाए जाने का कार्य तेज गति से शुरू कर दिया गया है और फरवरी माह में डिजाइन के आधार पर नींव तैयार किए जाने का कार्य भी शुरू कर दिया। अयोध्या में मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक में नींव बनाए जाने पर अंतिम निर्णय लिया गया।
जिसके लिए वैदिक विधि विधान पूर्वक पूजन अर्चन के साथ प्रारंभ भी कर दिया गया है. दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन आईआईटी चेन्नई के एक्सपर्ट के द्वारा नींव बनाए जाने पर तैयार पूरे डिजाइन प्रेजेंटेशन पेश दिखाया। बैठक में मुख्य रूप से निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा, राजा विमलेंद्र मोहन मिश्र आर्किटेक आशीष सोनपुरा के साथ TCE व L&T के अधिकारी व आईआईटी चेन्नई व रुड़की के एक्सपर्ट भी मौजूद रहे।
वहीं राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामजन्मभूमि परिसर में लगभग जिस स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा भूमि पूजन किया गया वह लगभग 160 मीटर का लेबल है जिसे अभी 2 मीटर तक मलबा हटाए जाने का कार्य करेंगे उसके बाद भूमि की उपलब्धता को देखते हुए 22 फिट मलवा हटाए जाने का कार्य किया जाएगा बताया कि लगभग 40 फुट तक मलबा को हटाया जा सकता है। इसमें कोई बाधा नहीं आएगी लेकिन या हटाए जाने का कार्य भी स्टेप के अनुरूप किया जाएगा। इस बीच जहां पर भूमि की उपलब्धता सही मिलेगी उसके बाद से कार्य को रोका भी जा सकता है। वहीं बताया कि मुम्बई के रिसर्च सेंटर मेंं तैयार किया रहा है। जो कि 15 दिन यानी फरवरी माह में अयोध्या आ जाएगी।