यूपी पुलिस पीडितों के साथ कैसा व्यवहार करती है उसका एक नमूना आज सीतापुर में देखने को मिला। घर में घुसकर रेप की कोशिश जैसे गंभीर अपराध से पीडित युवती का एफआईआर लिखने की बजाय सीतापुर की पुलिस ने पीडिता को अपने मुताबिक तहरीर देने की बात की पुलिस ने पीडिता से कहा की हम मुकदमा तभी लिखेंगे जब तुम कपडे़ फाडने और असलहा दिखाकर धमकाने की बात तहरीर से हटा दो। जी हाँ उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में थाना पिसावां के साहब नगर ग्राम पँचायत में एक व्यक्ती की नाबालिक पुत्री के साथ सतेन्द्र उर्फ देश ने कपड़े फाड़ कर की अश्लील हरकत व मारपीट तथा असलहा लहरा कर धमकाने की कोशिश की।
पीड़िता के पिता के अनुसार सीतापुर जनपद पिसावां थानांतर्गत कुतुबनंगर पुलिस चौकी में साहब नगर निवासी पीडिता के पिता एस डी एम मिश्रिख के यहां पेशी पर आये थे फोन पर उन्हे इस वारदात की सूचना मिली तब मैने घर पर आकर देखा कि मेरी नाबालिक पुत्री के कपड़े अस्त व्यस्त व कई जगह से फटे हैं पूछने पर उसने मुझसे रोकर बताया कि घर पर कोई नही था तो सतेन्द्र उर्फ देस पुत्र सन्तोष कुमार ने घर में घुसकर मझसे मारपीट की और कपड़े फाड़ डाले तथा मेरे साथ गन्दा काम किया। सुनकर मेरे होश उड़ गए जब हमने थाना पिसावां में प्रार्थना पत्र दिया तो एससो साहब ने कहा कि असलहा कपड़े फाड़ने वाली बात हटा दो तो मुकदमा लिखवा दूँगा ।
पीड़िता ने भी कपड़े फाड़ने व बुरा काम की बात बताई ।
जहाँ पर उत्तर प्रदेश सरकार का सख्त निर्देश है कि फरियादियों की तत्काल एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जाये लैकिन यहॉं तो फरियादियों की तहरीर को ही बदलवा दिया जाता है इस तरह अपराधियों को बचाया जाता है जिससे उनके हौसले बुलन्द होंगे तथा आये दिन अपराध को बढ़ावा मिलेगा ।
रिपोर्ट – नैमिष शुक्ला