दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा ट्रैफिक सिग्नलों पर ‘‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ‘‘ अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री अरविंद के उस झूठ की पोल खोलती है जिन्होंने बढ़ते प्रदूषण के लिए पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि कांग्रेस पार्टी हमेशा से बताती आ रही है कि राजधानी में जहरीली हवा के गंभीर स्तर के मुख्य कारण वाहन प्रदूषण और धूल प्रदूषण है।
अनिल कुमार ने कहा कि-
अरविंद सरकार ‘‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ‘‘ अभियान के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन अगर वह पैसा सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बढ़ाने और धूल नियंत्रण में सुधार के लिए खर्च किया जाता, तो दिल्ली की हवा साफ और सांस लेने योग्य होती। उन्होंने कहा कि सीएम अरविंद ने पूर्व में यह कभी नहीं माना कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के मुख्य कारण निजी वाहनों की बढ़ती संख्या, व्यस्त निर्माण गतिविधि, टूटी और गड्ढों वाली सड़कें तथा धूल इत्यादि है।
दिल्ली सरकार ने पराली जलाने से रोकने के लिए दिल्ली की कृषि भूमि में पूसा संस्थान द्वारा विकसित जैव-अपघटक समाधान के प्रचार और कार्यान्वयन के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन समाधान के लिए बहुत ही कम लोग थे। उन्होंने कहा कि अगर अरविंद सरकार ने वाहनों के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बहुत पहले कदम उठाए होते, तो दिल्ली की जहरीली हवा को बहुत पहले नियंत्रित किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि चूंकि सीएम अरविंद अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरे में व्यस्त रहे, इसलिए उनके पास दिल्ली की समस्याओं को दूर करने के लिए समय ही नहीं है, जैसे कि कोविद -19 महामारी का मुकाबला करना, ऑक्सीजन की कमी को दूर करना, पानी और बिजली संकट, और अब प्रदूषण। उन्होंने कहा कि मौसम ठंडा होने के साथ ही दिल्ली की हवा प्रदूषित धुंध से घनी हो गई है, जिससे आने वाले दिनों में लोगों को बीमारी का खतरा है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कुछ पैसे का लाभ प्रदान करने के लिए सीएम अरविंद द्वारा इस नवीनतम अभियान को शुरू किया गया है, क्योंकि दिल्ली भर में 100 ट्रैफिक लाइटों पर लगभग 2500 मार्शल तैनात किए जाएंगे, ताकि ‘‘गाड़ी बंद‘‘ अभियान को लागू किया जा सके। उन्होंने बताया कि जब अतीत में इस तरह के अभियान से कोई लाभ नहीं हुआ तो अब क्या लाभ होगा? उन्होंने कहा कि बहुत कम ड्राइवर ही ट्रैफिक लाइट पर अपने वाहनों को बंद करने की जहमत उठाएंगे, और मार्शलों के लिए वाहनों की लंबी लाइन के साथ भीड़ भरे ट्रैफिक सिग्नल पर अभियान को लागू करना संभव नहीं होगा साथ ही मार्शलों द्वारा दुर्व्यवहार की एक समस्या ओर होगी।
चौ. अनिल कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद को सलाह दी कि वें अपनी मायावी दुनिया से बाहर निकलें और दिल्ली के वायु प्रदूषण की जमीनी हकीकत को समझने के लिए और दिल्ली के वायु प्रदूषण से निपटने के लिए तथा दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कोई वास्तविक कदम उठाए। उन्होंने कहा कि यह प्रदूषित हवा तमाम लोगों के फेफड़ों और आंखों को नुकसान पहुंचाएगी जो बहुत ही घातक साबित हो सकती है ।