जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा मे लापता 206 लोगों मे से अभी तक 38 लोगों के शव नदी किनारे विभिन्न स्थानों से बरामद हुए है। साथ ही दो लोगों के जिन्दा मिलने के बाद अब 166 लोग लापता चल रहे है जिनकी तलाश जारी है। शुक्रवार को चमोली घाट पर 8 पूर्ण शव और 3 मानव अंगो का नियमानुसार 72 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया गया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर रैणी आपदा मे मृतकों के परिजनों को सहायता राशि दी गई है। लापता लोगों के बारे में उनके परिजनों को जानकारी देने के साथ भोजन व आवास व्यवस्था के लिए तपोवन में हेल्प डेस्क काउंटर एवं राहत शिविर जारी है। मैरिन कमांडो, एसडीआरएफ, पुलिस के माध्यम से रैंणी तपोवन से श्रीनगर डैम तक पूरे नदी किनारे सर्च आपरेशन लगातार जारी है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने शुक्रवार को रैणी और तपोवन क्षेत्र मे खोज बचाव कार्यों का निरीक्षण भी किया।
रैणी क्षेत्र में मलवे से लापता लोगों की तलाश के लिए जिलाधिकारी के निर्देशों पर अधिशासी अभियंता आरडब्लूडी और तहसीलदार के नेतृत्व मे टीम बनाई है। जो पुरानी फोटो एवं जानकारी के आधार यहां पर पूर्व मे रहनेवाले लोगों की जानकारी लेते हुए मलवे की खुदाई कर लापता लोगो की तलाश मे जुटे है। जहां भी लोगों के दबे होने की संभावना लग रही है वहां पर सर्च टीम एक्साबेटर मशीन व जेसीबी से खुदाई कराई कर तलाश कर रही है।
वही दूसरी ओर जिलाधिकारी के निर्देशों पर तपोवन में गौरी शंकर मंदिर के निकट एप्रोच रोड बनाई जा रही है ताकि पाकलैंड मशीन को नीचे उतार कर यहां पर मलवे मे लापता लोगों की तलाश की जा सके। इसके अलावा यहां पर काँपर डैम बनाकर पानी का बहाव टनल के अंदर जाने से रोकने का काम किया जा रहा है।
रैणी तपोवन आपदा सडक संपर्क से कटे 13 गांवों को मुख्यधारा से जोडने के सफल परिणाम भी सामने आने लगे है। जिला प्रशासन द्वारा यहां पर संपर्क मार्गों को जोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है। ताकि ग्रामीणों का दैनिक जीवन फिर से पटरी पर आ सके।
धौली नदी पर तपोवन से गैर व भंग्यूल के लिए ट्राली से सामना लाना ले जाना भी आज से शुरू हो चुका है। ऋषि गंगा हिम आपदा प्रभावित धौली गंगा के एक छोर पर पहाड़ी पर बसे गांव जुगजू में एनटीपीसी के वैकल्पिक पुल से आवागमन सुचारू हो गया है।
प्रभावित सभी 13 गाँवों में जिला प्रशासन लगातार राहत सामग्री हेली से पहुँचा रहा है। शुक्रवार को 203 खाद्य किट 21 लालटेन एवं पांच पेटी बिस्कुट पानी आदि राहत सामग्री प्रभावितो में बांटी गई।
वहीं लाता गाँव में पहाड़ी से फिसलने से घायल एक महिला को रेस्क्यू कर हैली से तपोवन के अस्थाई हैलिपेड तक पहुँचाया गया जहाँ से घायल महिला को जोशीमठ अस्पताल भेज दिया गया है।
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वही ऋषि गंगा के जल स्तर मे उतार चढाव को देखते हुए चमोली जिला प्रशासन ने अर्लट जारी करते हुए सूर्यास्त के बाद किसी को भी नदी किनारे न जाने की सलाह दी है।