सुधांशु पुरी/ अभिषेक श्रीवास्तव। गरीब मलिन बस्तियों में विकास कराने के लिए डूडा विभाग द्वारा इंटर लॉकिंग साल को का निर्माण कराया जाता है लेकिन इस निर्माण कार्य में अधिकारी कर्मचारियों और ठेकेदारों की सांठ- गांठ से जगह-जगह भ्रष्टाचार सामने आ रहा है।
मामला सीतापुर के खैराबाद इलाके का है ।जहां डूडा विभाग द्वारा मोहल्ला काजियारा में करीब 18 लाख रुपये में इंटरलॉकिंग सड़क और नाली निर्माण का कार्य कराया जाना तय हुआ था ।डूडा विभाग द्वारा खैराबाद इलाके के वार्ड नंबर 4 के अंतर्गत मोहल्ला कजियारा में जहीर के घर से, फरीद के घर तक शगीर की दुकान से , मच्छन साहिद बाबा दरगाह तक और ताहिर के मकान से ,जुबेर असलम के मकान तक यह सड़क का निर्माण किया जाना तय हुआ था लेकिन अधिकारी कर्मचारियों ठेकेदारों की सांठ गांठ ने इस सड़क और नाली निर्माण के कार्य को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। डूडा द्वारा बनाई गई इस सड़क का जब नमामि भारत द्वारा मौके पर निरिक्षण किया गया तो पाया गया कि सड़क का निर्माण आधा अधूरा रह गया है। साथ ही उक्त सड़क जहीर के घर से बननी चाहिए थी लेकिन विभाग द्वारा सड़क को करीब 8 फुट छोड़कर बनाया गया ,इसके साथ ही इस सड़क को मच्छन शाहिद बाबा दरगाह तक ही बना कर छोड़ दिया गया, जबकि से शकील की दुकान तक इस सड़क को बनाना चाहिए था।
वही यदि हम इस सड़क के किनारे नाली निर्माण की बात करें तो ठेकेदार द्वारा पुरानी ईट से नाली का निर्माण कर दिया गया और जगह जगह प्लास्टर भी नहीं किया गया जिस की वजह से आए दिन नाली की दीवारें भी गिर जाती हैं ।
वही लोगों का या भी कहना है कि ठेकेदार द्वारा जब यह सड़क बनाई जा रही थी तो उस वक़्त सड़क बनाने के मटेरियल में काफी घाल मेल किया गया जिस की वजह से सड़क जगह जगह से आज दब गई है और नाली का निर्माण सही तरीके से नहीं किया गया और ठेकेदार द्वारा जेई से मिलकर पेमेंट निकलवा लिया गया है। जबकि इस सड़क पर ना के बराबर सड़क के नीचे ईंटों का पत्थर डाला गया और ना ही ठीक तरह से बालू।
हालाकि इस मामले में जब डूडा विभाग के परियोजना अधिकारी से हमने बात करी तो उन्होंने कहा कि सड़क का आधा कार्य इसलिए हुआ है कि आधा पेमेंट ही आया था शेष पेमेंट आने पर कार्य पूर्ण कराया जाएगा और मामले की जांच कराई जाएगी