रविन्द्र शर्मा-लखनऊ
देश में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अभी तक दक्षिण भारत को ही जाना जाता रहा है, लेकिन आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) जिला देश के बड़े आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और रोबोटिक्स हब के रूप में शुमार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा तैयार कराई गई औद्योगिक नीतियों के चलते यह संभव होने को है, क्योंकि देश और विदेश के नामी निवेशक अब यूपी में अपनी फैक्ट्री लगाने की पहल कर रही हैं। नोएडा के प्रति बड़े निवेशकों के इस लगाव की वजह से ही अब नोएडा देश के प्रमुख औद्योगिक शहर के रुप में पहचान बना चुका है। इस शहर में जहां बहुराष्ट्रीय कंपनी माइक्रोसॉफ्ट और एमएक्यू जैसी विख्यात कंपनियां डेटा सेंटर की स्थापना कर रही हैं, वही रोबोट बनाने वाली कई प्रमुख कंपनियों ने भी बीते माह अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन ली है। इन कंपनियों के ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार तो मिलेगा और इन कंपनियों में बने रोबोट चीन की बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। रोबोट कारोबार से जुड़े निवेशकों का दावा है कि ग्रेटर नोएडा में रोबोट बनाने वाली कंपनियों के चलते जल्दी ही नोएडा शहर देश में रोबोट मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन जाएगा।
रोबोट मैन्युफैक्चरिंग में कार्यरत बड़े कारोबारियों के इस दावे से औद्योगिक विकास विभाग के अफसर भी सहमत हैं। इन अधिकरियों के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नीति बड़े कारोबारियों को अपनी फैक्ट्री लगाने में मददगार साबित हो रही है। इस नीति के चलते जहां फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन प्राप्त करने से लेकर तमाम तरफ की सुविधाएं और रियायतें प्रदेश सरकार से मिल रही है। सरकार की इस नीति से प्रभावित होकर ही ग्रेटर नोएडा में एडवर्ब टेक्नोलॉजीज दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्ट्री लगा रही है। विश्व में रोबोट निर्माण की प्रमुख कंपनी एडवर्ब टेक्नोलॉजी ने ग्रेटर नोएडा के इकोटेक 10 में करीब 13 एकड़ जमीन खरीदी है। यह कंपनी अगले चार साल में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर इकाई शुरू कर देगी। इससे करीब 2000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस फैक्ट्री में हर साल 5 लाख रोबोट बनेगे। इस फैक्ट्री में बने रोबोट चीन की बड़ी कंपनियों को टक्कर देंगे। एडवर्ब टेक्नोलॉजीज कंपनी जटिल रोबोट बनाने में दक्ष है।
इस कंपनी के अलावा एलनटेक इंडिया प्रा. लि., गुरु अमरदास इंटरनेशनल और टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने भी रोबोट बनाने के लिए जमीन ली है। मोबाइल पार्ट्स बनाने वाली कोरियन कंपनी एलेनटेक इंडिया ने ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में 20,235 वर्ग मीटर के एक साथ दो प्लॉट खरीदे हैं। यह कंपनी करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसमें 8000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली टेरॉन माइक्रो सिस्टम ने ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन में दो एकड़ जमीन खरीदी है। कंपनी इसमें 23 करोड़ रुपये का निवेश करेगी 150 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। वहीं, आईआईटीजीएनएल में प्लॉट 4.65 खरीदने वाली गुरु अमरदास इंटरनेशनल कंपनी करीब 1100 युवाओं को रोजगार के अवसर देगी।
एडवर्ब टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक सतीश शुक्ला ग्रेटर नोएडा में फैक्ट्री लगाने को लेकर कहते हैं, यूपी सरकार की औद्योगिक नीति के प्रभावित होकर ही उन्होंने नोएडा में फैक्ट्री लगाने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें चंद दिनों में ही सेक्टर 156 में जमीन मिल गई, जिस पर अपने चार साथियों के साथ मिलकर रोबोट बनाने की फैक्ट्री स्थापित की गई। वर्ष 2021 में सेक्टर 156 में बनी उनकी फैक्ट्री में रोबोट बनने लगे। कंपनी द्वारा बनाए बनाए रोबोट भारत सहित यूरोप और अन्य देशों में बने वेयरहाउस, फैक्ट्री तथा माल आदि में दो किलो से दो टन वजन का सामान उठाने के लिए यूज किए जा रहे हैं। यह कंपनी अस्पतालों में टेस्टिंग संबंधी कार्यों को करने वाले रोबोट भी बनाती है। अब इस कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी रोबोटिक्स फैक्ट्री स्थापित करने के लिए ग्रेटर नोएडा में जमीन ली है। जल्दी ही ग्रेटर नोएडा में फैक्ट्री के निर्माण का कार्य शुरू होगा। सतीश के अनुसार रोबोट बनाने के उत्तर प्रदेश से शुरू हुआ यह सफर जल्दी ही उत्तर अमेरिका, पश्चिम एशिया, अफ्रीका, यूरोप जैसी जगहों पर पहुंचेगा, इन देशों में भी कंपनी छोटी फैक्ट्रियां लगाने की योजना बना रही है।