सुधांशु पुरी/ अभिषेक श्रीवास्तव। नमामि भारत द्वारा की गई लाखों रुपयों के बन रहे नाले निर्माण की पड़ताल में पाया है कि जहां आरसीसी के पत्थर डालने थे वहां ईंटों के डाले गए है। उत्तर प्रदेश सरकार भले ही कार्यों में गुणवत्ता होने के अधिकारियों को निर्देश दे दे लेकिन सीतापुर में अधिकारियों कर्मचारियों और ठेकेदारों की सांठ गांठ से जमकर घोटाला किया जा रहा है ।मामला सीतापुर नगर पालिका क्षेत्र में लगभग 20 लाख रुपये में नाले का निर्माण किया जाना था लेकिन नाले का निर्माण तो हो गया लेकिन कार्य में ठेकेदार द्वारा जमकर घोटाला कर प्रशासन को चूना लगाने का प्रयास किया गया लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने भी कार्य की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
विदित हो कि सीतापुर नगर पालिका क्षेत्र के हरदोई चुंगी रोड पर लगभग 20 लाख रुपये में नगर पालिका से नाले का निर्माण किया जाना तय हुआ था जिसके लिए बाकायदा नगर पालिका प्रशासन द्वारा ई- टेंडर भी कराया गया लेकिन ठेकेदार ने इसमें जमकर घोटाला किया है। नमामि भारत द्वारा जब नाले की हकीकत जानी तो मौके पर उक्त कार्य बेहद घटिया पाया गया। मौके पर देखा गया कि कार्य मे आरसीसी का पत्थर डालना चाहिए था तो ठेकेदार द्वारा ईंटों का पत्थर बनाकर नाले के ऊपर रख दिया गया और कार्य को देखकर साफ जाहिर हो रहा है कि घटिया मैंटेरियल लगाकर नाले का निर्माण किया गया है ।
वहीं कार्य मे पानी की ढलान को भी नही बनाया गया जिससे नाले में पानी भरा हुआ है। वहीं कुछ कुछ दूरी पर जगह जगह पत्थर लगाए गए है। और रुके हुए गंदे पानी से मलेरिया मच्छरों का भी आतंक हो सकता है।
वहीं इस मामले में स्थानीय लोग भी बेहद परेशान है। उनका कहना है कि जब से यह नाला निर्माण का कार्य हुआ है कई बार इस नाले की दीवार टूट चुकी है और पत्थर भी टूट चुके हैं इसकी शिकायत भी की गई थी।
वहीं इस मामले में जब नगर पालिका के जेई राघवेंद्र सिंह से हमारी बात हुई तो उन्होंने कहा कि पत्थर आरसीसी के डालने चाहिए थे, कार्य की जांच के लिए पीडब्लूडी और जल निगम के अधिशाषी अभियंता को जांच कमेटी में रखा गया है। एक रुपैये का भी भुगतान नही किया गया और और कार्य में गुणवत्ता खराब होने पर भुगतान नहीं किया जाएगा।