दिल्ली में मौसमी/वायरल, डेंगू से त्रस्त है और दिल्ली सरकार ने कोविड महामारी से हजारों लोगों की मौत से कोई सबक नही लिया, सब कुछ भगवान भरोसे है।- चौ0 अनिल कुमार
दिल्ली की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को अधर में छोड़ अरविन्द केजरीवाल उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों में व्यस्त हैं। – चौ0 अनिल कुमार
नई दिल्ली, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली मॉडल की दुहाई देने के बावजबूद दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं पूरी तरह से चरमराई हुई और कोविड महामारी से हजारों लोगों की मौत से कोई सबक नही लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मौसमी बुखार या वायरल फीवर, डेंगू के साथ दिल्ली वालों पर कहर ढा रहा है और दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल एलएनजेपी में प्रतिदिन 150- 200 मरीज मौसमी बुखार के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के में पिछले दो-तीन दिनों से बुखार के मरीजों की संख्या बढ़कर तीन गुनी हो गई है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और उनके भरोसेमंद सिपहसालार दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरस्त करने की बजाय उत्तर प्रदेश चुनावों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने में व्यस्त है और अरविन्द केजरीवाल परम्परागत चुनावी वायदों के साथ धोखाधड़ी का खेल अब उत्तर प्रदेश की जनता के साथ खेलने की तैयारी कर रहे है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार वायरल/मौसमी बुखार से पीड़ित मरीजां की जांच के कुछ मामलों में डेंगू और मलेरिया की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई जा रही है और अब कोरोना के मामलों में भी मामूली बढ़ोत्तरी दिख रही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवालों को कोविड महामारी की भांति मौसमी/वायरल बुखार के बढ़ते मामलों के साथ भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि मौसमी बुखार/वायरल के पहले ओपीडी में प्रतिदिन 500 से 600 मरीज आ रहे थे जिनकी संख्या बढ़कर 1800 तक पहुंच गई है। निजी अस्पतालों में भी प्रतिदिन 50-60 मरीज मौसमी बुखार वाले आ रहे है, साथ ही हिंदूराव अस्पताल, कस्तूरबा गांधी अस्पताल, राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और दीनदयाल उपाध्याय जैसे बड़े अस्पतालों की ओपीडी में भी बुखार के मरीजो की संख्या बढ़ी है। अधिकांश मामलों में डेंगू चिकनगुनिया इनफ्लुएंजा और कई जगहों पर खतरनाक स्क्रबटायफस बुखार के भी लक्षण बच्चों में पाए गए हैं और तत्संबंधी लक्षणों के मरीजों की संख्या ढाई से तीन हजार तक सामने आ रही है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के लिए स्वास्थ्य सेवा अधिनियम के वायदे के तहत दिल्ली के सभी नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवा एवं दवाएं मुहैया कराने का वायदा था। उन्होंने कहा कि हम सर्व कल्याण के दृष्टिकोण के साथ जन स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ करने का विचार रखते हैं परंतु अरविंद केजरीवाल की सरकार सिर्फ चुनाव लड़ने और जीतने की उसी परंपरा की अनुगामी है, जो चुनाव के समय लोगों से ढेर सारे वादे करती है लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद केजरीवाल की प्राथमिकताए बदल जाती है और वादों पर विचार तक नही करते।