रवि उपाध्याय/बिहार राज्य के जनपद मुजफ्फरपुर में शासन द्वारा संचालित बालिका गृह की लड़कियों के साथ यौन शोषण का खुलासा हुआ है। देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई की एक बेहद प्रतिष्ठित संस्था टाटा इंस्टीटयूट अॉफ सोशल सांइस की अॉडिट रिपोर्ट के अनुसार यहां रहने वाली लड़कियां नेताओं से लेकर अधिकारियों तक उनके घर में भेजी जाती थी।इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद प्रशासन की नींद उड़ी हुयी है और इस संस्था में काम करने वाले लोग फरार है।खुलासे के बाद जिला प्रशासन ने आनन फानन में बालिका गृह से लड़कियों को पटना स्थानांतरित कर दिया है और बालिकागृह को सील कर दिया है।
आरोप के बाद जागा प्रशासन
अॉडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का खुलासा होने के बाद जिला बाल कल्याण संरक्षण इकाई के निदेशक ने महिला थाने में पहुँचकर बालिका गृह के एनजीओ पर केस दर्ज कराया है।पुलिस ने सहायक निदेशक की शिकायत पर धारा 376 और 120 बी के अलावा पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू दी है।हालांकि एनजीओ से जुड़े हुए सभी लोग अभी फरार बताये जा रहे है।पुलिस का कहना है कि बालिकागृह का कृत्य अक्षम्य है इसकी गहन छानबीन की जायेगी और जांच के बाद जो लोग दोषी पाये जायेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
आपको बता दें कि बिहार राज्य के कई जिलों में सुधारगृह यौन शोषण के शक के दायरे में चल रहे थे। इस पर सक्रियता दिखाते हुए मुम्बई की एक प्रतिष्ठित संस्था ने अपनी अॉडिट रिपोर्ट में यौन शोषण का खुलासा करके सभी का ध्यान बालिकागृह की बालिकाओं के ऊपर हो रहे यौन अत्याचार की तरफ खींचा।हांलाकि इसका खुलासा होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की भी नींद टूट गयी है और शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है।