अयोध्या: शक एक लाइलाज बीमारी है, अगर ये शक का कीड़ा किसी पर सवार हो जाए तो ये एक भयावह रूप धारण कर लेता है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला रामनगरी अयोध्या में, जहां पत्नी से अवैध संबंधों के शक में एक दोस्त ने दोस्त की गला दबाकर हत्या कर दी।
अयोध्या से अगवा पान मसाला व्यवसाई शुभम चौरसिया के कत्ल की वारदात में शामिल सभी 6 अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरी वारदात में बेहद हैरान करने वाली बात ये है कि हत्यारों ने कत्ल करने के पहले ही लाश को ठिकाने लगाने का इंतजाम करते हुए कब्र खुदवा दी थी। जिसके बाद हत्या की घटना को अंजाम दिया गया और लाश को ठिकाने लगा दिया गया। 8 मार्च की शाम कोतवाली नगर के फतेहगंज से लापता हुए शुभम चौरसिया का शव 10 मार्च की सुबह महाराजगंज थाना क्षेत्र के एमी आलापुर गांव में एक कब्र से बरामद किया गया था।
एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि हत्या के मास्टरमाइंड सुशांत पांडे को इस बात का शक हो गया था कि उसकी पत्नी से उसका दोस्त शुभम बातचीत करता है और उसकी आर्थिक मदद भी करता है। इसी बात से नाराज होकर सुशांत ने अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ मिलकर शुभम के कत्ल की साजिश रची। जिसके बाद 8 मार्च को फोन के जरिए शुभम को देवकाली के पास बुलाया गया और उसके बाद एक कार में अगवा कर शुभम का कत्ल कर दिया।
एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस और परिवार को गुमराह करने के लिए सुशांत शुभम के लापता होने के बाद परिवार के साथ मिलकर ही उसकी तलाश में जुटा रहा लेकिन मोबाइल कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के सहारे पुलिस ने शक के आधार पर जब सुशांत को हिरासत में लिया तब उसने पूरी वारदात को कबूल कर लिया। सुशांत की निशानदेही पर शुभम का शव कब्र से बरामद कर लिया गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार, मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद कर लिया है। पुलिस उपमहानिरीक्षक की ओर से घटना का अनावरण करने वाली टीम को 25000 रुपये देने की घोषणा की गई है।