प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद के जिला अस्पताल में तीमारदारों के रहने के लिए नही है समुचित व्यवस्था।आप खुद देख सकते है इस वीडियो में जो जिला अस्पताल का है।अस्पताल में लोग मुसीबत में ही आते है ये बताने की जरूरत तो नही है आप देख रहे है कि किस तरह से इस जिला अस्पताल के एनआईसीयू के बाहर फर्श पर ही मरीजो के तीमारदार पड़े है और वर्तमान में ठंड भी पड़ रही है बावजूद ठंड के भी इनके रुकने की व्यवस्था नही है।
जिले के आलाधिकारी तो निरीक्षण के दौरान अस्पताल के जिम्मेदारों को तीमारदारों के रहने की व्यवस्था करने के लिए निर्देश तो देते है लेकिन व्यवस्थाएं है कि बदलने का नाम ही नही ले रही है।जिस तरह की अव्यवस्था जिम्मेदारों के आँखों के सामने इस जिला अस्पताल में देखने को मिल रही है इससे ये कहना पड़ेगा कि कही अपने मरीज का इलाज कराने आये उनके तीमारदार ही न बीमार पड़ जाए इस व्यवस्था में।
वही जिला अस्पताल के सीएमएस से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका अपना ही तर्क सामने आया उनका साफ तौर पर कहना है कि तीमारदारों के लिए रैन बसेरा खाली है लेकिन लोग अपने मरीजो को छोड़कर उनसे ज़्यादा दूर नही रहना चाहते इसी लिए ये हालात है।ऐसे साहब सवाल ये है कि आखिर एनआईसीयू से दूर लाखो रुपया खर्च कर रैन बसेरा आखिर क्यों और किसके लिये बनाया गया।जब तीमारदार उस रैन बसेरे में रहना ही नही चाहते।