धर्मवीर गुप्ता
योगी सरकार भले ही किसानों के धान खरीद का दावा कर रही है। वही सिद्धार्थनगर में धान खरीद में किसानों के हक पर डाका डाला गया। मामला जिले के डुमरियागंज तहसील के भनवापुर ब्लाक का है। इस ब्लॉक में धान खरीद के नाम पर भारी घोटाला किया गया। SDM डुमरियागंज के आईडी व पासवर्ड हैग कर गलत तरीके से 5000 कुंतल से अधिक धान की खरीदारी कर 70 लाख से अधिक का भुगतान भी करा लिया गया है.
इस मामले का मास्टर माइंड रमेश गुप्ता अपने परिवार के लोगों के साथ डुमरियागंज तहसील के संविदा कर्मी अमित तिवारी व सहज जन सेवा केंद्र चलाने वाले विकास मिश्रा के साथ मिलकर ऐसे लोगों को किसान बनाकर धान की खरीदारी उनके नाम पर करवा ली। जिनके नाम खेत ही नहीं है ल।इस बात का खुलासा तब हुआ जब किसानों से पूछताछ की गई।
आपको बताते चलें मास्टर मास्टरमाइंड रमेश गुप्ता फर्जी किसानों से धान की खरीदारी कर भारतीय खाद्य निगम भनवापुर केंद्र पर बेच दिया। मंडी समिति का फर्जी पास बनाकर फिलहाल इस मामले में SDM त्रिभुवन व दो अन्य लोगों ने चार धान क्रय केंद्र प्रभारी समेत 14 लोगों के खिलाफ डुमरियागंज व तिर्लोकपुर थाना क्षेत्र में मुकदमा दर्ज कराया है जिसमें टेक्निकल मास्टरमाइंड विकास मिश्रा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बाकी 13 लोग फरार बताए जा रहे हैं। इस घोटाले के खुलासे के बाद विपक्ष भी सवाल उठा रहा है कि यह सरकार लुटेरी है। किसान विरोधी है।साथ ही इस घोटाले में सांसद जगदंबिका पाल व स्थानीय विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह का शामिल होने की आशंका जाहिर की। वही इस मामले CDO पुलकित गर्ग ने कहा कि धान खरीद पर तहसील से खतौनी का कराया जाता है स्त्यपन तहसील के ऑपरेटर के मिली भगत से हेराफेरी की गई है इस मे 14 लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। वही इस मामले की जांच ADM को सौंपी गई है।जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही होगी।