धर्मवीर गुप्ता
सिद्धार्थनगर जिले में वन विभाग की देखरेख में बुद्ध वन विहार पार्क की स्थापना की गई थी। शुरूवाती दौर में तो इस पार्क के सौंदर्यीकरण पर ध्यान दिया गया। लेकिन समय बीतने के साथ यह पार्क देखभाल के आभाव में बद से बदतर होता चला गया। पार्क परिसर में जगह जगह बड़ी बड़ी घास फूस उग आई है। टहलने के लिए बनाए गए रास्ते की सीमेंट उखड़ चुकी है।
बाउंड्री वाल जगह जगह से टूटकर गिर चुकी है। फूलो के पौधे कही रोपित नही है। वही इस पार्क में महात्मा बुद्ध की प्रतिमा भी कई वर्षों से रंगरोगन के आभाव में अपनी सुंदरता खो रही है। इस प्रतिमा के चारो तरफ लगाई गई रेलिंग भी जगह जगह टूट चुकी है। वही पार्क में लगे लोहे के झूले टूटे हुए है। लोहे के पाइपों से बने उपकरणों में जंग व छेद हो चुके है। थोड़ी से असावधानी हुई तो खेलते समय चोट लगने का भय बना रहता है। वही इस पार्क की हालत को लेकर हमने पार्क में भ्रमण करने आये लोगो से बात की तो उन्होंने बताया।
इस पार्क की बदहाली को लेकर जब हमने वन विभाग के उप वन अधिकारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस पार्क में भारी संख्या में लोग आते है । यह पार्क लोगो के लिए ग्रीन हाउस की तरह काम करता है। इस पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए हमने कई बार शासन को प्रस्ताव भेजा लेकिन शासन से प्रस्ताव स्वीकृत न होने की वजह से इसका सौंदर्यीकरण नही किया जा सका है।
फिर भी हम अपने कर्मचारियों से समय समय पर इसकी घास फूस कटवाते रहते है। एक कर्मचारी की ड्यूटी पार्क के देखपाल के लिए लगा रखी है । अभी कुछ महीने पहले नगरपालिका ने इस पार्क के सौंदर्यीकरण को लेकर प्रस्ताव दिया था जिसे हमने स्वीकार कर इसके रखरखाव व सौंदर्यीकरण के लिए सहमति भी दे दी है। लेकिन कोरोना महामारी की वजह से इस पर अभी काम शुरू नही हुआ है। हमे उम्मीद है कि नगरपालिका जल्द ही इस पार्क का सौंदर्यीकरण करवाकर इसे सुंदर पार्क के रूप में स्थापित करेंगी।