सिद्धार्थनगर जिले की पहचान काला नमक चावल से ही होती है। ऐसे में इसके उत्थान के लिए जिला प्रशासन एक्टिव मोड में है। किसानों और आम लोगों को जोड़ने के लिए जिले में आयोजित होने वाले कपिलवस्तु महोत्सव में इसके लिए विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन पर जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है। इस बार तीन दिवसीय कपिलवस्तु महोत्सव में मुख्य आकर्षण का केंद्र काला नमक चावल ही होगा। इसको लेकर हो रही तैयारियों के बारे में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि इस जिले से ओडीओपी में चयनित काला नमक चावल को उसका सही स्थान दिलाने के लिए जिला प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। इसका रिजल्ट भी देखने को मिला है। इस बार के महोत्सव में काला नमक चावल को लेकर प्रदर्शनी, वाद विवाद प्रतियोगिता, संगोष्ठी के अलावा काला नमक फैशन शो और काला नमक से बने पकवान का कंपटीशन भी करवाया जाएगा जो यहां के लिए बिल्कुल नई थीम होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि फैशन शो को लेकर मुंबई दिल्ली के फैशन डिज़ाइनरों की मदद ली जा रही है ।
आपको बता दें कि सिद्धार्थनगर जिला गौतम बुद्ध की क्रीड़ा स्थली और सुगंधित चावल काला नमक के लिए जाना जाता है। अंग्रेजों के जमाने में जिले के तराई छेत्रों में इसके खेती होती थी और अंग्रेज इसे जल मार्ग से इंग्लैंड ले जाते थे। समय बीतने के साथ सरकारी उपेक्षा के कारण इस चावल की पैदावार और खुशबू खत्म होती गई। अब यूपी सरकार के ओडीओपी में इसे चयनित होने के बाद लोगों की उम्मीद फिर से जगी है कि यह चावल विश्व में अपनी जगह फिर से बना लेगा।