नैमिष शुक्ल।उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में कलेक्ट्रेट सभागार में 09 मार्च को जिला योजना समिति की बैठक के दौरान सीतापुर जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी द्वारा सीतापुर पत्रकारों के कवरेज दौरान की अभद्रता, इस मामले को लेकर सीतापुर के सभी पत्रकारो ने एक जुट हो कर आज जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री से सम्बोधित ज्ञापन सौपा ।
आपको बतातें चले कि चाहे केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए और पत्रकारों के मान सम्मान के लिए बड़े-बड़े दावे तो किए जाते हैं लेकिन सीतापुर में यह दावे तब खोखले साबित हो रहे है लेकिन सीतापुर की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने पूरे जिला प्रशासन व जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों के सामने सीतापुर के पत्रकारों के कबरेज के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग करना पूर्णतयः असंवैधानिक है ।
बीती 09 मार्च को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला योजना समिति की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें जनपद के सभी विधायक सांसद और जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद थे वही पर सेउता विधायक ज्ञान तिवारी द्वारा सीतापुर में हुए शौचालयो के घोटाले को उजागर करने के प्रश्न करने पर जब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व प्रिंट मीडिया के पत्रकारो द्वारा न्यूज कवरेज करने लगे तभी प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी द्वारा पत्रकारों को बाहर निकलने को कह कर बड़ी अभद्र भाषा में पत्रकारों को जिला कलेक्ट्रेट के सभागार से निकाल दिया गया । जिसके बाद अगले ही दिन 9 मार्च को देर शाम विकास भवन के धरना प्रदर्शन स्थल पर सभी पत्रकार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व प्रिंट मीडिया, फोटोग्राफर, वीडियो जर्नलिस्ट, सभी उपस्थित हुए और सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आज 11 मार्च को सुबह लगभग 11 बजे सैकड़ों पत्रकारों ने जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी को मुख्यमंत्री से सम्बोधित ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा।जिसमें रोजाना हो रहे सीतापुर जनपद के पत्रकारों के साथ बदसलूकी व अभद्र भाषा का प्रयोग, तथा हो रही बेज्जती के संदर्भ में जिला अधिकारी को अवगत कराया ।
प्रस्तुत ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा कि जिला योजना समिति की बैठक में पत्रकारों से प्रभारी मंत्री द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया जिसकी हम सभी पत्रकार बन्धु कड़ी निंदा करते हैं तथा माननीय मंत्री से यह अपेक्षा नहीं करते थे कि वह समाचार कवरेज के दौरान पत्रकारों को ” क्या तुम्हारा दिमाग खराब हो गया” तमीज नहीं है जैसे शब्दों से नवाजा जाएगा और कहेंगी बाहर निकल जाओ । यह माननीय मंत्री द्वारा चल रही जिला योजना समिति की बैठक को प्राइवेट बैठक कहकर पत्रकारों को सभा कक्ष से बाहर निकलवा दिया गया था जब की सूचना विभाग द्वारा ही मंत्री जी की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली इस बैठक की जानकारी दी गई थी बैठक की सूचना मिलने पर ही पत्रकार समाचार संकलन करने हेतु सभाकक्ष के अंदर गए थे अगर यह बैठक उनकी प्राइवेट भी थी तो शालीनता से भी पत्रकारों को सभा कक्ष से बाहर जाने के लिए कहा जा सकता था परंतु जिस भाषा का प्रयोग कर माननीय मंत्री द्वारा पत्रकारों का अपमान किया गया जबकि शासन द्वारा मीडिया से बेहतर संबंध बनाने के लिए समय-समय पर निर्देश दिए जाते हैं पत्रकारों ने मांग की है कि हम सभी पत्रकारों के हित व सम्मान को दृष्टिगत रखते हुए प्रभारी मंत्री महोदया को सीतापुर जनपद के प्रभावी मंत्री से मुक्त कर दिया जाए जिससे पत्रकारों का सम्मान सुरक्षित रह सके ।
वही इस ज्ञापन में हरिराम अरोड़ा अरविंद मोहन मिश्रा ,महेंद्र अग्रवाल राहुल मिश्रा नीरज श्रीवास्तव पंकज सिंह गौर सुधांशु पुरी गोविंद मिश्रा जयंत श्रीवास्तव हिमांशु पुरी राहुल अरोड़ा मोहम्मद रिजवान जीशान कबीर आनंद तिवारी अमरजीत सिंह मोहम्मद काशिफ शाहनवाज सुषमा पांडे रोहित बाजपाई मनु मेराज खान कैमरामैन लवेश रुस्तम रविंद्र सक्सेना पंकज सक्सेना गौलव शर्मा अभिषेक श्रीवास्तव अभिषेक गुप्ता योगेश श्रीवास्तव दुर्गेश शुक्ला सुरेश कैमरामैन सुमित बाजपाई मोहम्मद समीर इंद्रपाल बसंत मिश्रा अयाज अहमद सूरज राय रोहित मिश्रा सोनू अभिषेक सिंह शिव प्रकाश पांडे वैभव दीक्षित मदन यादव शिवराज यादव बीके शास्त्री रमेश सिंह आशीष निषाद अनूप पांडे अबरार अली वीर बहादुर सिंह मोहम्मद नादिर नैमिष शुक्ला नैमिष पांडे सरताज हुसैन समीर अख्तर कैमरामैन अरुण अवस्थी अवनीश मिश्रा कमरुल हक अंकित दीक्षित कैमरामैन रईस अहमद राजीव दिवाकर सिंह अनुपम सिंह संदीप श्रीवास्तव आर एस अवस्थी सुनील शर्मा ज्योति कुमार आशीष पांडे सलाहुद्दीन रोहित शुक्ला आदि सैकड़ों की तादात में फोटोग्राफर वीडियो जर्नलिस्ट प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया के सभी पत्रकार मौजूद रहे