लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के महागठबंधन का आज आधिकारिक ऐलान हो गया. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर.38-38 सीटों के बंटवारे को ऐलान किया है। इस महागठबंधन का हिस्सा राष्ट्रीय लोकदल, निषाद पार्टी, पीस पार्टी समेत कई छोटे दल हो सकते हैं.लेकिन फिलहाल इनमें से किसी पार्टी का प्रेस कांफ्रेंस में जिक्र नही किया।
मायावती ने कहा कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के शासन से लोग परेशान हो चुके हैं। फिलहाल गठबंधन ने राहुल गांधी की सीट अमेठी और सोनिया गांधी की सीट रायबरेली पर गठबंधन का उम्मीदवार नहीं उतरेगा। शेष दो सीटों पर किस पार्टी को मौका देंगे ये एक राज है। मायावती ने कहा- कांग्रेस और भाजपा, दोनों की सरकारों में रक्षा सौदों में घोटाले हुए हैं। कांग्रेस से गठबंधन करके हमें फायदा नहीं मिलता, बल्कि कांग्रेस को हमारे वाेट ट्रांसफर हो जाते हैं।
मायावती ने कहा हम यह भी बताना चाहते हैं कि हमने कांग्रेस को इस गठबंधन में शामिल क्यों नहीं किया है? राफेल घोटाले के कारण भाजपा को 2019 के चुनाव में सरकार गंवानी पड़ेगी। कांग्रेस पार्टी के राज में कभी घोषित इमरजेंसी थी। अब भाजपा के राज में अघोषित इमरजेंसी है। ये लोग अपनी सरकारी मशीनरी का जबर्दस्त उपयोग कर रहे हैं। 1977 में कांंग्रेस की तरह ही भाजपा को इस बार भारी नुकसान होने वाला है। बसपा-सपा को कांग्रेस से चुनावी गठबंधन करके कोई खास फायदा नहीं मिलेगा।’’
‘‘कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से छोड़ी गई सीटों पर हमें वोटों का लाभ नहीं होता है और विपक्षी पार्टी को वोट ट्रांसफर हो जाता है, जबकि हमारी पार्टी से जुड़ा पूरा का पूरा वोट हमारे साथ गठबंधन करने वाली पार्टी को पूरा का पूरा ट्रांसफर हो जाता है। कांग्रेस जैसी पार्टियों को ताे हमसे गठबंधन का पूरा लाभ मिल जाता है, लेकिन हमें कोई लाभ नहीं मिलता। हमारा वोट प्रतिशत घट जाता है। 1996 के विधानसभा चुनाव में हमें इसका कड़वा अनुभव हुआ है।’’