कभी-कभी लोगों की जुबान फिसल जाती है और वे कहना कुछ और चाहते हैं,लेकिन कह कुछ और देते हैं। हालांकि यह कभी-कभी होता है परन्तु यहां मामला दूसरा है। समाजवादी पार्टी के सांसद सुखराम यादव ने न केवल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की, बल्कि उनके कार्यों की भी प्रशंसा की, लेकिन साथ-साथ यह भी कहा कि हम जब तक मुलायम सिंह है, तब तक उनके साथ हैं, बाद में कुछ और हो सकता है। सुखराम यादव ने जब यह कहा, तब उनकी जुबान नहीं फिसली थी, बल्कि सोच-समझकर और जान-बूझकर सार्वजनिक रूप से कहा है। इतना ही नहीं, उन्होंने एक पोस्टर बनवाया और उसमें योगी आदित्यनाथ और मुलायम सिंह यादव दोनों की तस्वीरें लगवा दीं।
बता दें इधर कुछ दिनों से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुखराम यादव और उनके बेटे मोहित यादव के बारे में चर्चा थी कि वे भाजपा में जा सकते हैं। दो दिन पहले कानपुर में चौधरी हरमोहन सिंह यादव की जन्म शताब्दी पर एक कार्यक्रम था। इसमें सपा और भाजपा दोनों दलों के नेता मौजूद थे।
इस दौरान सांसद सुखराम यादव ने साफ किया कि वे मरते दम तक मुलायम सिंह यादव को नहीं छोड़ेंगे, लेकिन उनका बेटा भाजपा में जाना चाहता है। उन्होंने वहां मौजूद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की तरफ इशारा करते हुए कहा कि “उन्होंने मेरे बेटे को पटिया लिया है। सपा-भाजपा अपनी-अपनी जगह काम कर रही है।” बेटा अब बालिग हो गया है, इसलिए हम उसे रोकेंगे नहीं, वह जो निर्णय लिया है। वह उसका अपना है।
योगी के तारीफ में सुखराम यादव ने क्या कहा –
इस मौके पर उन्होंने सीएम योगी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की तारीफें की और उन्हें बहुत अच्छा नेता बताया। उन्होंने कहा कि “योगी जैसा मुख्यमंत्री मैंने जीवन में नहीं देखा। उनका कोई परिवार नहीं है, पूरा प्रदेश ही उनका परिवार है, ऐसा मुख्यमंत्री प्रदेश को पहली बार मिला है और मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।”
यह भी कहा कि “भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सरल आदमी हैं। इनका हमारा परिचय बहुत पुराना है। अगर इनके जैसे लोग बीजेपी में रहेंगे, तो भाजपा का कद बढ़ेगा। बेटा मोहित यादव बालिग हो चुका है। वह जो निर्णय लेगा वह उसका है।”
इस दौरान समाजवादी पार्टी में अपनी उपेक्षा का दर्द भी उन्होंने सबके सामने प्रकट कर दिया। कहा कि राजनीति में बहुत बदलाव आ चुका है। कुछ ऐसे लोग आ चुके हैं जो अहंकारी हैं, जिनमें कूट-कूटकर अहंकार भरा हुआ है. उनके बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। उनका इशारा अखिलेश यादव की ओर था।