देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था – अच्छे स्वास्थ और उनको अच्छी सुविधा दिए जाने की बातें तो सरकारी फाइलों में गुलाबी नज़र आती हैं …. लेकिन हकीकत कुछ और है… ऐसी ही एक तस्वीर गोण्डा से सामने आई है जंहा प्राथमिक विद्यालय सेमरा दम्मन में छोटे – छोटे छात्र – छात्राओं के लिए स्कूल में बनने वाले मिड डे मिल का खाना छात्रों को देने से पहले और बाद में इनसे खुलेआम बर्तन धुलवाया जाता है और वह भी शिक्षक की मौजूदगी में… इन तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह देश के भविष्य बर्तन धुल रहे और शिक्षक आराम से कुर्सी तोड़ रहे हैं।
छोटे – छोटे यह छात्र – छात्राएं गोण्डा के सेमरा दम्मन प्राथमिक विद्यालय के हैं … यहां इन नौनिहालों से शिक्षकों व रसोईयां की मौजूदगी में मिड डे मील का खाना खाने के बाद इन छात्रों से ही बर्तन मजवाने के अपराध को रोजाना दोहराया जाता है।
बच्चों से इस प्रकार का कार्य शिक्षा के स्थल पर लिया जाना यहां के स्कूल प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर करता है। जब इस मामले पर यहां के प्रिंसिपल धर्मेंद्र सिंह से बात की गई तो उनका शर्मनाक बयान सामने आया जिसमे वह कह रहे हैं कि बच्चे बर्तन साफ नही कर रहे हैं आया बीमार थी वह नही आई हैं …. बच्चों द्वारा बर्तन साफ नही करवाया गया बच्चे सिर्फ बर्तन रखने का काम कर रहे हैं। जबकि स्कूल में तीन में से दो रसोईयां मौजूद हैं फिर भी बच्चों से बर्तन साफ कराया जा रहा।
इस मामले पर बीएसए आर.के वर्मा का कहना है कि मामला हमारे संज्ञान में आपके द्वारा लाया गया है, जिसकी जांच हम अपने खण्ड शिक्षा अधिकारी से कराएंगे और मामले में जिनको भी दोषी पाया जाएगा और उनका जो भी दोष सामने आएगा उन पर वैसी ही कार्यवाही की जाएगी।