अग्नि प्राइम की मारक क्षमता 1000 किमी से 2000 किमी है और इसका वजन अग्नि 3 मिसाइल से 50 प्रतिशत कम है। मिसाइल का पहला परीक्षण इसी साल जून में हुआ था।
भारत ने शनिवार को ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) को बधाई दी। डीआरडीओ के मुताबिक मिसाइल का परीक्षण सुबह 11.06 बजे किया गया।
मिसाइल ने उच्च स्तर की सटीकता के साथ सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा किया, डीआरडीओ ने कहा, परीक्षण की निगरानी टेलीमेट्री, रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल स्टेशनों और पूर्वी तट के किनारे स्थित जहाजों द्वारा की जा रही थी। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा, “मिसाइल परीक्षण ने अपने सभी मिशन उद्देश्यों को उच्च स्तर की सटीकता के साथ पूरा किया।”
अग्नि प्राइम मिसाइल के बारे में वो जानकारी जो आपको पता होनी चाहिए:
• डीआरडीओ के अनुसार, यह दो चरणों वाली ठोस बैलिस्टिक मिसाइल है जिसमें दोहरी निरर्थक नौवहन और मार्गदर्शन प्रणाली है।
• अग्नि पी डीआरडीओ द्वारा लॉन्च की जाने वाली अग्नि मिसाइल की नई श्रेणी की पहली मिसाइल है। इसका वजन अग्नि 3 से 50 प्रतिशत कम है और इसमें नया मार्गदर्शन और नई पीढ़ी का प्रणोदन है।
• चूंकि अग्नि पी को कनस्तरीकृत किया जाता है, इसलिए इसे रेल और सड़क से लॉन्च किया जा सकता है। इसे लंबी अवधि के लिए संग्रहीत किया जा सकता है। और परिचालन आवश्यकताओं के अनुसार पूरे देश में पहुँचाया जा सकता है।
• डीआरडीओ ने कहा कि यह मिसाइल का दूसरा उड़ान परीक्षण था और इसने प्रणाली में एकीकृत सभी उन्नत प्रौद्योगिकियों के विश्वसनीय प्रदर्शन को साबित किया है। पहला टेस्ट इसी साल जून में हुआ था।
• मिसाइल की रेंज 1000 किमी से 2000 किमी के बीच है, और इसका उपयोग इंडो-पैसिफिक में दुश्मन के हथियारों को लक्षित करने के लिए किया जा सकता है।