एक ओर जहां यूपी पुलिस महानिदेशक और योगी सरकार की ओर से पुलिस की छवि को सुधारने की कोशिश की जा रही है, वहीं पुलिस प्रशासन के कुछ आलाधिकारी सरकार के इरादों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ देवरिया में देखने को मिला जब पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने एक निजी संस्थान के पत्रकार के साथ अभद्रता की। दरअसल एक मामले की जानकारी लेने पत्रकार एसपी दफ्तर पहुंचे थे। लेकिन पुलिस कप्तान ने गलत आचरण दिखाते हुए पत्रकार पर बरस पड़े और अपशब्दों की बौछार कर दी।
मामला उस वक्त का है जब पुलिस कप्तान जनसुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान एक पीड़ित अपनी शिकायत लेकर उनके कार्यालय की बाहर खड़ा था। इसी बीच कुछ पत्रकारों की नजर उस पर पड़ी तो पीड़ित ने बताया कि उसके भाई ने उसके पेट्रोल पंप पर जबरन कब्जा कर लिया है। उसने बताया कि उसका बड़ा भाई दबंग किस्म का है और पुलिस प्रशासन में अच्छी पकड़ रखता है। जिसके दम पर ही वो अवैध कब्जे के खेल में लगा है। पत्रकार अपनी व्यथा बता ही रहा था कि कवरेज देख पुलिस अधीक्षक श्रीपति मिश्र भड़क गए। इसके बाद उन्होंने पत्रकार पर कई अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें दलाल बता डाला।
लेकिन उन्हें शायद नहीं पता था कि उनकी सारी बातें कैमरे में कैद हो रही हैं। इतना ही नहीं, सूत्रों से ये भी जानकारी मिली है कि पुलिस कप्तान ने अपने पुलिस महकमे में भी अच्छा खासा खौफ का माहौल बना रखा है। लोगों की जाति पूछ कर उनका अपमान करना उनकी आदत में शुमार है।
अब इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब इन पुलिस कप्तान साहब का व्यवहार पत्रकारों और अपने ही महकमे के लोगों के साथ ऐसा है तो आम आदमी के प्रति इनका आचरण कैसा होगा।