ज़ेबा ख़ान/सुप्रीम कोर्ट ने देश के सातवें अजूबा कहे जाने वाले ताज को लेकर केंद्र सरकार से बहुत बड़ी बात कह दी है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर आपको ताजमहल को संरक्षण देना है तो दो नहीं तो बंद कर दो या फिर ध्वस्त कर दो। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि एफ़िल टॉवर को देखने के लिए 80मिलियन लोग जाते है जबकि ताजमहल को भी मिलियन लोग देखने आते है।
कोर्ट ने साफ कर दिया कि सरकार ताजमहल को लेकर गंभीर नहीं है और न ही उसको इसकी परवाह है। हमारा ताज ज्यादा खूबसूरत है और आप टूरिस्ट को लेकर गंभीर नहीं है। ये देश का नुकसान है, ताजमहल को लेकर घोर उदासीनता है।
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर ताज का ध्यान रखा जाता तो हमारी विदेशी मुद्रा की दिक्कत दूर हो सकती है। एक बार फिर से कोर्ट की तरफ से सवाल उठाया गया कि ताज ट्रैपेज़ियम जोन (टीटीजेड) एरिया में उद्योग लगाने के लिए लोग आवेदन कर रहे है और उनके आवेदन पर विचार हो रहा है। कोर्ट ने कहा कि ये आदेशों का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा पीएचडी चेंबर्स को कहा है कि जो इंड्रस्टी चल रही है उसको क्यों ना आप खुद बंद करें। तब टीटीजेड की तरफ से कहा गया कि वो अब टीटीजेड में कोई नई फैक्ट्री खोलने आई इजाजत नहीं देंगे। ताज के पास गंदगी और चिमनियों से निकलने वाले धुएँ से ताज की खूबसूरती में दाग लगाने का काम किया है चिमनियों से निकलने वाले धुएँ ने आपको बता दें ताज का सफेद संगमरमर दिन व दिन पीला पड़ता जा रहा हैं।