पीलीभीत। प्राचीन गौरी शंकर मंदिर समिति पर करोड़ों रुपयों की मंदिर की संपत्ति को चोरी कर बेचने का मामला प्रकाश में आया है। पांच सौ बर्ष से अधिक पुराने गौरी शंकर मंदिर में स्थित महादेव शिवलिंग गृह की फर्श में जड़े हुए चांदी के सिक्के , मंदिर के पूर्वी व दक्षिणी प्रवेश व निकास द्वार में लगे चंदन की लकडी के दरवाजे , मंदिर के गुम्बद में लगे स्वर्ण कलश सहित गौरी शंकर मंदिर में अष्टधातु की पुरातात्विक महत्व की राम दरबार की मूर्तियां भी चोरी कर समिति द्वारा बेचने का आरोप है । गौरी शंकर मंदिर समिति के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल (शंकर खाद बाले) , समिति संस्थापक बीके अग्रवाल आदि व्यक्तियों के खिलाफ पौराणिक धर्मस्थल गौरी शंकर मंदिर की बेशकीमती संपत्ति को चोरी कर बेचने के आरोप में कड़ी कानूनी कार्यवाही व मंदिर समिति का पंजीकरण निरस्त कराने की मांग की गई है।
आस्था का प्रतीक , प्राचीन , पौराणिक व पुरातत्व महत्व के गौरी शंकर मंदिर समिति के सर्वराकारों के कारनामों की पोल खोलने के लिए सोमवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी(न्यायिक) देवेंद्र प्रताप मिश्र को सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि मोहल्ला खकरा में पांच सौ बर्ष पुराना ऐतिहासिक , अति प्राचीन गौरी शंकर मंदिर स्थापित है । मंदिर का निर्माण दक्षिण भारत के एक राजा द्वारा कराया गया था । प्राचीन गौरी शंकर मंदिर के पुरातात्विक स्वरुप की सुरक्षा व देखरेख के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा चौकीदार तैनात किया गया था। बर्ष 1977 में नियमों को ताक पर रखकर मोहल्ला साहूकारा निवासी एफसीआई सेवानिवृत कर्मचारी बीके अग्रवाल ने गौरी शंकर मंदिर समिति का गठन किया।
ज्ञापन में समिति गठन के बाद पुरातत्व विभाग द्वारा की जा रही मंदिर संपत्ति सुरक्षा व देखरेख की व्यवस्था को समाप्त करके मंदिर समिति द्वारा गौरी शंकर मंदिर में स्थापित लाल रंग के गौरी शंकर महादेव शिवलिंग गृह में फर्श में जड़े हुए अंग्रेजों के जमाने के चांदी के सिक्के , मंदिर के पूर्वी व दक्षिणी प्रवेश सहित निकास द्वार में लगे बेशकीमती चन्दन की लकड़ी के दरबाजे , मंदिर के गुम्बद में लगा हुआ स्वर्ण कलश चोरी कर कथित रूप से बेचने सहित स्वर्ण कलश की जगह दूसरा कम कीमत का कलश समिति द्वारा लगवाने का आरोप है । ज्ञापन में करोड़ों रुपयों की कीमत बाली राम दरबार में स्थापित अष्टधातु की मूर्तियां भी चोरी कर बेचने का आरोप है।
अबैध रूप से गठित मंदिर समिति के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल , संस्थापक बीके अग्रवाल सहित अन्य दोषी व्यक्तियों के खिलाफ गौरी शंकर मंदिर के पुरातात्विक स्वरुप से छेड़छाड़ कर करोड़ों की संपत्ति को चोरी कर बेचने के प्रकरण में कठोर कार्यवाही से दण्डित कराने सहित अबैध रूप से गठित मंदिर समिति के पंजीकरण को निरस्त कराने की मांग की गई है। इसके अलाबा मंदिर के स्वरुप को जीवित रखने हेतु पुरात्तव विभाग की सुरक्षा व देखरेख में मंदिर दिलाये जाने का भी अनुरोध किया गया है। ज्ञापन सौंपने बालों में अरुण भरद्वाज एडवोकेट , संजीव मिश्रा , प्रदीप मिश्रा , विक्रम बजरंगी , विष्णु अवतार पांडेय , यश पांडेय , ब्रजेश कुमार , अनिल शर्मा आदि शामिल रहे।