सन्तोषसिंह नेगी / चमोली में सतत् विकास में निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति हेतु जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा सतत् विकास के लिए निर्धारित लक्ष्यों एवं उसकी प्रगति के संबध में जानकारी दी गई।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि भारत एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विकास क्षेत्रों में जो लक्ष्य निर्धारित किये गये है, उसकी पूर्ति के लिए सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ संवेदनशील होकर ठोस कार्ययोजना बनाकर कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम का गहन मंथन कर योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। कहा कि सतत् विकास के लिए जिला स्तर पर योजना तैयार करते हुए उसके क्रियान्वयन तथा प्रगति के संबध में सटीक आंकडे होना जरूरी है। उन्होंने विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित योजनाओं के तहत निर्धारित लक्ष्यों को शतप्रतिशत हासिल करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।
उप निदेशक अर्थ एवं संख्या मण्डल डा0 डीसी बडोनी तथा मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी निर्मल कुमार शाह ने कार्यशाल में सतत् विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से 2030 तक निर्धारित 17 लक्ष्यों एवं 169 उप लक्ष्यों के संबध में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि 17 संवहनीय विकास लक्ष्यों में गरीबी का सभी रूपों में अन्त करना, भुखमरी को समाप्त करना, स्वस्थ्य जीवन सुनिश्चित करना, समावेशी तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना, लैंगिक समानता हासिल करना, सभी के लिए स्वच्छ पेयजल, आधुनिक ऊर्जा, रोजगार सृजन, अवस्थापना विकास, अन्र्तक्षेत्रीय विषमताओं को कम करना शामिल है। सतत् विकास के लिए सतत् उपभोग एवं उत्पादन, जलवायु परिवर्तन एवं उनके प्रभावों से निपटने हेतु तत्कालिक कार्यवाही करना, वन एवं पर्यावरण संवहनीयता के क्षेत्र में भी गुणवत्तापरक कार्य किये जाने की आवश्यकता है। सतत् विकास के लिए शांतिपूर्ण एवं समावेशी सोसाइटियों को बढावा देते हुए सभी को न्याय उपलब्ध करना है। कार्यशाला में जनपद एवं ब्लाक स्तर पर अन्र्तक्षेत्रीय विषमताओं के बारे में भी उपलब्ध आंकडों के आधार पर विभागीय अधिकारियों को पूरी जानकारी दी गई। इस दौरान उपलब्ध बजट के अनुसार लक्ष्य निर्धारित करने तथा विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने पर भी जोर दिया गया।
कार्यशाल में अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या मण्डल डा0 डीसी बडोनी, मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी निर्मल कुमार शाह, बीससूत्री कार्यक्रम के शोध अधिकारी जीवन चन्द्र चन्दोला, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी आनंद सिंह जंगपांगी, एसडीजी धीरज गुप्ता, पीडी प्रकाश रावत, एसई लोनिवि जीसी आर्या, जीएमडीआईसी डा0 एमएस सजवाण, सीएचओ नरेन्द्र यादव, सीएओ राम कुमार दोहरे सहित सभी संबधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।