सन्तोषसिंह नेगी / चमोली में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तहत जिले में संचालित फेडरेशन कृषि आधारित प्रोजेक्ट के अलावा कुछ नये प्रोजेक्ट पर भी कार्य करें, ताकि फेडरेशन से जुड़े लोगों को इसका और अधिक फायदा मिल सके। यह बात जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने आजीविका संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में चर्चा करते हुए कही। जिलाधिकारी ने एकीकृत आजीविका परियोजना व विभिन्न रेखीय विभागों के मध्य बेहतर तालमेल, समन्वय और संवाद करने पर भी जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि एग्री बेस के अलावा बेकरी, पोल्ट्री फार्म, कपडे के बैग, पंचबद्री प्रसाद, गुलाब जल, सैनटरी नैपकीन, लेमन ग्रास आदि व्यावसायिक गतिविधियों की भी जिले में भरपूर संभावना है तथा कोई भी फेडरेशन इससे जुडकर अच्छी आय अर्जित कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यवसायों के संचालन के लिए फेडरेशन चाहे तो एसबीएमए, हिमोत्थान, वरदान आदि तकनीकि संस्थाओं से आवश्यक प्रशिक्षण भी ले सकते है।
जिलाधिकारी ने कहा कि हम अपने स्थानीय उत्पादों को उनकी विशेषता के साथ नही बेच पा रहे है, जिस पर विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने स्थानीय उत्पादों के संग्रहण, ग्रेडिंग, पैकेजिंग एवं विपणन हेतु सेन्ट्रलाइज रूप में एक संग्रहण केन्द्र स्थापित करने पर भी जोर दिया, ताकि फेडरेशन के माध्यमों से तैयार उत्पादों की गुणवत्ता की माॅनिटरिंग भी की जा सके। कहा कि किसी भी प्रोडेक्ट को अच्छी क्वालिटी और पैकेजिंग के साथ मार्केट में उपलब्ध कराने पर फेडरेशन को ही इसका अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने जिले में फेडरेशन के माध्यम से संचालित विभिन्न व्यवसाय तथा फेडरेशन को मिलने वाले लाभ की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश एकीकृत आजीविका परियोजना प्रबन्धक को दिये है, ताकि फेडरेशन की उत्पादन व कार्य क्षमता के अनुसार अन्य व्यावसायिक गतिविधियों का भी प्रशिक्षण देकर उन्हें लाभान्वित किया जा सके।
आईएलएसपी के प्रबन्धक प्रीतम भट्ट ने जिले में संचालित विभिन्न आजीविका संगठनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेलडुंग्री फेडरेशन के माध्यम से आलू बीज उत्पादन के लिए 200 नाली भूमि चिन्हित की गई है। वही नन्दादेवी व माॅ भगवती फेडरेशन पंचबद्री प्रसाद में चैलाई के लड्डू, गौरादेवी संगठन बैकरी, नागधार संगठन पोल्ट्री तथा राज राजेश्वर संगठन फीड यूनिट संचालित करने की दिशा में कार्य कर रही है। इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पांडे, परियोजना प्रबन्धक प्रीतम भट्ट, सहायक प्रबन्धक महेन्द्र कफोला सहित विभिन्न आजीविका संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।