आकाश रंजन: बीते बुधवार को टाइम मैगजीन ने दुनिया के 100 सबसे ज़्यदा प्रभावशाली लोगों की अपनी लिस्ट जारी की है। यह लिस्ट सालाना निकलती है। टाइम की इस लिस्ट में हर साल कि तरह इस साल भी लगभग वही सारे नाम हैं, जिनका कमोबेश हर साल इस लिस्ट में नाम आता है। लेकिन इस साल कुछ ख़ास है क्योंकि इस साल इस लिस्ट में तालिबान का मुल्ला बरादर का भी नाम है। जी हाँ वही मुल्ला बरादर जिसने अगस्त 2021 में अपने आतंकियों के साथ मिल कर दूसरी बार अफगानिस्ता पर कब्ज़ा किया है। मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तालिबान का सह-संस्थापक के साथ उप प्रधानमंत्री भी है। टाइम ने मुल्ला बरादर के बारे में लिखा कि वह एक करिश्माई सैन्य नेता है। जो काफी प्रभावशाली के साथ एक पवित्र व्यक्ति भी है। टाइम्स ने ये भी लिखा है कि मुल्ला बरादर अफगानिस्तान के भविष्य के रूप में खड़ा है।
किस किस का लिस्ट में है नाम
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी नाम है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला का नाम भी शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ड्यूक और डचेस ऑफ ससेक्स प्रिंस हैरी और मेघन शामिल हैं। इसके साथ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम भी शामिल है।
टाइम ने नरेंद्र मोदी के बारे में क्या लिखा?
2014 में मोदी जब चुने गए थे, तो कई लोगों का मानना था कि मोदी भारत को अपने समाजवादी इतिहास को एक पूंजीवादी भविष्य में ले जाएंगे। उन्होंने कुछ ऐसा किया भी। मोदी ने भारत देश को धर्मनिरपेक्षता से हिंदू राष्ट्रवाद की ओर धकेल दिया है। आगे लिखा है, इस साल दो अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंकों ने निष्कर्ष निकाला कि मोदी के देखरेख में भारत लोकतंत्र से दूर हो गया है।
क्या है टाइम 100
टाइम दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की एक वार्षिक सूची है, जिसे अमेरिकी समाचार पत्रिका टाइम द्वारा इकट्ठा किया जाता है। पहली बार 1999 में अमेरिकी बुद्धिजीवी ,राजनेताओं और पत्रकारों के बीच एक लंबी बातचीत के फलस्वरूप यह पत्रिका को पब्लिश किया गया। सूची में नाम आने को अक्सर एक सम्मान के रूप में देखा जाता है। माना जाता है कि ये 100 लोग दुनिया को बदलने की ताकत रखते हैं और इसके लिए ही इन्हे पहचाना जाता है। प्रभावशाली व्यक्तियों की अंतिम सूची टाइम संपादकों द्वारा विशेष रूप से चुनी जाती है, जिसमें टाइम 100 के पूर्व छात्रों और पत्रिका के अंतरराष्ट्रीय लेखन स्टाफ से नामांकन आते हैं। आधिकारिक सूची के प्रकट होने से कुछ दिन पहले आयोजित किए गए रीडर्स पोल के केवल विजेता को ही आम जनता द्वारा चुना जाता है।