राजधानी में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को 3582 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की है। कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना की यह चौथी लहर है। हम हर संभव उपाय कर रहे हैं। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है
सीएम केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी की जो लहर चल रही है, वो पिछली लहरों की तरह गंभीर नहीं है। इसलिए दिल्ली में किसी भी तरह के कोई लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। हमलोग स्थिति की समीक्षा करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अगर लॉकडाउन की स्थिति उत्पन्न होती है तो इस तरह का कोई भी निर्णय लेने से पहले सलाह मशविरा करूंगा। उन्होंने कहा कि यह देश में कोरोना की दूसरी लहर है, लेकिन दिल्ली के लिए चौथी लहर है।
बता दें कि कोरोना पर काबू पाने के लिए केजरीवाल ने शुक्रवार को एक आपात बैठक बुलाई थी। इसमें स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में दिल्ली में बढ़ते कोरोना केस की रोकथाम के लिए एक्शन प्लान, वैक्सीनेशन की मौजूदा स्थिति, कंटेनमेंट जोन, अस्पतालों के बेड़ प्रबंधन और सिरो सर्वे के साथ वर्तमान में कोरोना मामलों की समीक्षा की गई।
वहीं दूसरी तरफ कोरोना की वजह से दिल्लीवासियों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। दिल्ली के 33 बड़े अस्पतालों में 25-25 फीसद आईसीयू और समान्य बेड बढ़ा दिए गए हैं। इन 33 अस्पतालों में 30 मार्च तक कोविड के 1705 समान्य बेड थे, जो अब बढ़ कर 2547 हो गए हैं। इस तरह 842 कोविड के समान्य बेड बढ़ा दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के बावजूद कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहन कर जाने में लापरवाही बरत रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बिना मास्क लगाए सार्वजनिक स्थनों पर जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिला स्तर पर गठित टीमें ऐसे लोगों पर नजर रख रही हैं और बिना मास्क के पाए जाने पर उन पर आवश्यक कार्रवाई कर रही हैं।