दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को दिल्ली फायर सर्विस के शहीद जवान स्वर्गीय प्रवीण कुमार के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली सरकार की ओर से शहीद जवान के परिवार को तत्काल रूप से एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देने का फैसला लिया।
दिल्ली फायर सर्विस में स्वर्गीय प्रवीण कुमार बहादुर फायर फाइटर थे, जिन्होने अपनी शुरुआती प्रशिक्षण पूरा होने के बाद दिल्ली अग्निशमन विभाग में अपनी सेवा दी । वे डीएसआईआईडीसी नरेला फायर स्टेशन में कार्यरत थे। 9 अक्टूबर को दिल्ली के नरेला स्थित एक पेपर प्लेट बनाने वाली फैक्ट्री में आग लग गई थी, जहां आग पर काबू पाने के लिए वह अपने दो साथियों के साथ घटना स्थल पर पहुंचे थे। अपने अथक प्रयासों से वे आग पर काबू पाने में सफल हुए । जिसमें किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन इसी दौरान अचानक इमारत का पिछला हिस्सा गिर जाने के कारण ये तीन बहादुर सिपाही उसके नीचे आ गए। दीवार के नीचे आने से तीनों बुरी तरह से घायल हो गये थे। सभी को उपचार के लिए एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज़ चल रहा था। इलाज़ के दौरान बुधवार देर शाम प्रवीण कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह खबर सुनते ही दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन परिवार से मिलने पहुंचे और परिवार को सांत्वना दिया। गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने तत्काल दिल्ली सरकार की ओर से शहीद जवान के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का फैसला किया ।
गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “दिवंगत श्री प्रवीण कुमार दिल्ली दमकल विभाग के एक वीर एवं बहादुर सिपाही थे। दिल्ली सरकार इस दुखद स्थिति में शहीद के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। दिल्ली सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ की सम्मान राशि देगी। उनकी इस वीरता को हमेशा याद रखा जाएगा।”
गत 9 अक्टूबर को नरेला औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार सुबह करीब 7:15 बजे एक फैक्ट्री में आग लग गई थी । दमकल विभाग के अनुसार, सुबह 7.15 बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद 33 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। दमकल की टीम को आग को फैलने से रोकने और उस पर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
स्वर्गीय प्रवीण कुमार एक उत्कृष्ट और बहादुर फायर फाइटर थे, जो अपने काम और विभाग के प्रति ईमानदारी एवं निष्ठभाव से जुड़े हुए थे। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को बेहद बहादुरी के साथ निभाया तथा आग पर काबू पाने मे सफल हुए । लेकिन अचानक इमारत का पिछला हिस्सा गिर जाने के कारण वे बुरी तरह से घायल हो गये थे। उन्हे उपचार के लिए एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज़ चल रहा था। इलाज़ के 20वें दिन बुधवार देर शाम प्रवीण कुमार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दिल्ली सरकार ने तत्काल प्रभाव से शहीद जवान के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। इस संकटकालीन स्थिति में गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने परिवार से मुलाक़ात की और हर सम्भव मदद का भरोसा दिया तथा दिल्ली सरकार उनके परिवार को 1 करोड़ की सम्मान राशि देने का वादा किया ।