कोरोना अपना कहर एक बार फिर बरपा रहा है, जिसकी चपेट में लोग एक बार फिर आने लगे हैं। लेकिन सतर्कता ही कोरोना का बचाव है, के मूल मन्त्र पर चलते हुए सरकार बिल्कुल भी हार नहीं मान रही है। कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनिया के सामने एक नई मुसीबत बनकर खड़ा हो गया है। इसकी गंभीरता, ट्रांसमिशन रेट और लक्षणों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।
देशभर में अभी कोरोनावायरस के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर दशहत का माहौल बना हुआ है। भारत के कई राज्यों में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज मिले हैं। यदि बात करें बिहार की, तो यहाँ भी कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। बिहार विधान सभा के सदस्य मंगल पांडेय ने भी हाल ही में देसी ऐप, कू के माध्यम से इस विषय पर पोस्ट किया है, जिसके माध्यम से वे कहते हैं:
“बिहार में कोरोना जांच की संख्या पहुंची 06 करोड़ 05 लाख से ज्यादा, पिछले 24 घंटे में 1 लाख 69 हजार 661 जांच की गई। बिहार में अभी तक कुल 06 करोड़ 05 लाख 84 हजार 090 जांच की जा चुकी हैं..”
भारत की सबसे बड़ी इंडिपेंडेंट न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस ने भी अपने ऑफिशियल कू हैंडल से हाल ही में कोरोना की तीसरी लहर के चलते बढ़ते मामलों के बारे में बात की। इस पोस्ट के माध्यम से कहा गया है:
“राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में #बिहार में कुल 77 नए #कोरोना मामले दर्ज किए गए।
इसके साथ, राज्य में कुल सक्रिय मामले 215 हो गए हैं।”
इस पोस्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी है कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना के कुल 77 नए मामले दर्ज किए गए हैं। यह खतरे की घंटी है, जिसकी संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। भविष्य में आने वाली आपदाओं का अंदाजा इन मामलों की लगातार बढ़ती संख्या से लगाया जा सकता है।