परसेंडी ब्लॉक प्रमुख का चुनाव तथा वर्चस्व की जंग ही बना पूर्व जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख विजय शुक्ला की मौत का कारण ।
नैमिष शुक्ल/ उत्तर प्रदेश जनपद सीतापुर के पूर्व जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख परसेंडी विजय शुक्ला हत्याकांड में नवम् अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जनपद सीतापुर ने सुनवाई पूरी करके बुधवार को अपना फैसला सुना दिया। घटना में हत्या और जानलेवा हमले का दोष सिद्ध होने पर आरोपी कुक्कू सिंह ऊर्फ शिवेन्द्र प्रताप सिंह समेत तीन लोगों को आजीवन कारावास के साथ 15-15 हजार रूपये का अर्थदण्ड की सजा सुनाई गई है जबकि एक आरोपी की सुनवाही के दौरान ही मौत हो जाने पर न्यायालय ने उनके विरुद्ध कार्यवाही समाप्त कर दी थी।
मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी में शासकीय अधिवक्ता गिरीश कुमार यादव और निजी अधिवक्ता आनन्द माधव अवस्थी ने की।
जानकारी के अनुसार जनपद सीतापुर के तालगांव क्षेत्र के ग्राम घिमौरा निवासी रमेश चन्द्र शुक्ला ने थाना खैराबाद में मुन्ना सिंह ऊर्फ उदय राज सिंह तथा उनके पुत्र कुक्कू सिंह ऊर्फ शिवेन्द्र प्रताप सिंह और पप्पू सिंह ऊर्फ अजय प्रताप सिंह सहित राकेश यादव के विरुद्ध हत्या और जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया गया था और बताया गया था कि वह अपने भाई पूर्व जेष्ठ ब्लाक प्रमुख विजय शुक्ला और सहयोगी राम प्रसाद के साथ 20 दिसम्बर 2004 को गांव घिमौरा से मारुति कार पर सवार होकर सीतापुर आ रहे थे। रास्ते में अमरापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास फाटक बंद होने के कारण जैसे ही उनकी कार वहां रुकी कि उपरोक्त सभी लोगों ने हथगोला फेंका और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनपर हमला बोल दिया, जिसमें विजय शुक्ला की मौके पर ही मौत हो गई और राम प्रसाद घायल हो गया ।
थाना खैराबाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और विवेचना पूर्ण कर नामजद आरोपियों के विरुद्ध धारा 307 और 302 आईपीसी में आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। केश ट्रायल के दौरान आरोपी मुन्ना सिंह की मृत्यु हो जाने के कारण न्यायालय ने उसके विरुद्ध मुकदमे की कार्यवाही समाप्त कर दी थी। बुधवार को न्यायाधीश विश्वनाथ ने सुनवाही पूरी करके उक्त मामले के शेष तीनों आरोपियों को जानलेवा हमले और हत्या का दोषी पाया जिससे तीनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई तथा तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी में लेकर जेल भेज दिया गया है।
जिले के इस चर्चित हत्यकांड के पीछे वर्चस्व और ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव ही हत्या की वजह बना। बतातें चलें कि ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव में पूर्व जेष्ठ ब्लॉक प्रमुख विजय शुक्ला अपने प्रतिद्वंदी कुक्कू सिंह ऊर्फ शिवेन्द्र प्रताप सिंह से चुनाव हार गए थे, जिसके बाद विजय शुक्ला ने चुनाव की वैधता को न्यायालय में चुनौती दी। जिसकी सुनवाई न्यायालय प्रथम अपर जिला एवम् सत्र न्यायाधीश सीतापुर के यहां चल रही थी। उपरोक्त दोनों के बीच वर्चस्व की जंग चली आ रही थी। विजय शुक्ला द्वारा न्यायालय में दी गई चुनौती में शीघ्र ही फैसला आना शेष था लेकिन उससे पहले ही उनकी हत्या कर दी गयी ।