लखीमपुर खीरी।अगर आपकी इच्छाशक्ति प्रबल है तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता। जी हां ब्लॉक कुंभी के उच्च प्राथमिक विद्यालय सेहरूआ की इंचार्ज हेड मास्टर दीपशिखा चौहान ने स्कूल के शिक्षकों के साथ मिलकर इसकी सूरत बदल दी। विद्यालय में आज हर तरफ हरियाली है और विद्यार्थियों को कान्वेंट स्कूल जैसी सुविधाएं मिल रही हैं। विद्यालय के नवाचारों के आलोक में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल “Best School of the Week” के तहत इस सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनने का खिताब अपने नाम दर्ज किया।
इंचार्ज हेडमास्टर ने स्वयं के प्रयास से बृहद एवं आकर्षक पुस्तकालय और वाचनालय की उचित व्यवस्था की। विद्यालय में स्वच्छ सुंदर चहारदीवारी युक्त हराभरा प्रांगण, टीएलएम से सुसज्जित कक्षा कक्ष, मद्याह्न भोजन कक्ष मे फर्नीचर की व्यवस्था और विज्ञान व गणित प्रयोगशाला, हरा भरा किचन गार्डन है। समय समय पर एसएमसी और पीटीएम की बैठकों का आयोजन किया जाता है। मीना मंच के कार्यक्रमों के जरिए बालिका शिक्षा को बढावा दिया जा रहा। माता-पिता के साथ छोटी-छोटी बैठकों का आयोजन कर उनसे शिक्षा के महत्व पर विशेष चर्चा की जाती है। प्रत्येक सप्ताह खेल गतिविधियों के सुचारू आयोजनों के फलस्वरूप विद्यार्थियों ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन जनपद स्तर तक किया है। इंचार्ज हेडमास्टर दीपशिखा चौहान व विजयचन्द (कृषि अनुदेशक) के प्रयासों से नामाकंन गत तीन वर्षों मे 80 से बढकर 150 हुआ है। प्रत्येक छात्र पर ध्यान दिया जाता है जिससे छात्रों में सर्वांगीण विकास हो रहा है। विद्यालय कायाकल्प के सभी 19 पैरामीटर से परिपूर्ण और संतृप्त है।
यूपीएस सेहरूआ में स्मार्ट क्लास रूम, खेलने के लिए मैदान, लाइब्रेरी व बेहतर कक्षाओं के साथ हर तरह की सुविधा छात्रों की दी जा रही। कक्षा कक्षा में प्रवेश करते ही उनके अंदर का मनमोहक वातावरण टीएलएम कार्नर एवं रीडिंग कार्नर अत्यंत मनमोहक बनाए गए हैं। बच्चे कक्षा कक्ष में नित नया सीख रहे हैँ। विद्यालय में बेहतर अनुशासन बनाने, पठन पाठन में सहयोग के लिए बाल संसद का गठन कर विद्यार्थियों को उनके कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा। स्मार्ट क्लास के जरिए रोचक श्रव्य दृश्य सामग्री के प्रसारण से शिक्षण को रूचिकर बनाया जा रहा, जिसमे प्रमुखता से दीक्षा ऐप एवम् रीड अलाॅगं एप का प्रयोग किया जा रहा। जिससे बच्चे निपुण लक्ष्य में निपुणता हासिल कर रहे है। विद्यालय प्रबंध समिति बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने हेतु काफी सजग है। बच्चों की उपस्थिति सामान्यता 60 से 70 फीसदी तक रहती है।
नौनिहालों को मिल रहा किचन गार्डन का पोषण
परिषदीय विद्यालय सेहरुआ में बच्चों को ताजी सब्जियों से तैयार मिड डे मील का स्वाद मिल रहा है। खाना स्वादिष्ट होने के साथ ही यह खाना बच्चों के लिए पहले से अधिक पौष्टिक है। विद्यालय का अपना किचन गार्डन है और सब्जियां भी लगी हैं। किचन गार्डन में भिडी, टमाटर, हरी मिर्च, गोभी, बंदगोभी आदि सब्जियां लग रही हैं। हेडमास्टर का कहना है कि यहां पर समय-समय पर सब्जियों के बीज बो देते हैं। पहले जो बीच बोये थे। अब इन पर सब्जी लग रही हैं। टमाटर, हरी मिर्च, धनिया व अन्य सब्जियों का मिड-डे-मील में उपयोग होता है।
हेड दीपशिखा चौहान कहती हैं कि अगर आप बदलाव की ठान लें तो कुछ भी कर सकते हैं। समाज में आज भी ऐसे बहुत लोग मिल जाएंगे जो आपकी आगे बढ़कर मदद करेंगे। आज पूरे गांव में यह भाव है कि ये स्कूल उनके बच्चों के भविष्य को बनाने का महत्वपूर्ण स्थान है और ये जैसे चमकेगा वैसे ही बच्चे भी होनहार बनेंगे। कहते हैं कि यह स्कूल दूसरों के लिए रोल माडल बन गया है।