चुनावी माहौल को देखते हुए योगी सरकार ने निर्देश जारी किया कि 25 सितंबर को प्रदेश के हर ब्लॉक पर गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया जाए जिसमें तमाम बीजेपी के नेता व अधिकारी शामिल होकर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से गरीबों को लाभान्वित करें। लेकिन एक विधायक के कार्यक्रम में कुछ ऐसा हुआ जिससे योगी सरकार की नाक कट गई। यह कार्यक्रम गरीबों और दिव्यांगों का मजाक बनाने वाला प्रायोजन बन के रह गया।ऐसा हुआ गोंडा जिले में छपिया ब्लाक में यहांं गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया और कार्यक्रम के कर्ता धर्ता बने थे गौरा के बीजेपी विधायक प्रभात वर्मा।
विधायक ने यहां पर गरीब कल्याण मेले दिव्यांगों को बिना सीट के ही ट्राई साईकिल वितरित कर दिया गया। इतना ही नहीं जो साइकिल दी गई, वह बहुत ही घटिया स्तर की है। उसमें न तो सीट है और ना ब्रेक। कई ऐसी भी ट्राइ साइकिलें दिब्यांगों को दी गई जिनमें ब्रेक भी नहीं है यानि विधायक जी ने दिब्यांगों के लिए ऐसा इंतजाम कर दिया जिससे उनकी दिब्यांगता का प्रतिशत और भी बढ़ जाए। ऊपर से टूटी फूटी घटिया साइकल देकर बीजेपी विधायक प्रभात वर्मा और अन्य बीजेपी नेता दिव्यांगो के साथ बड़ी बेशर्मी से फोटो भी खिचवाते रहे।
दिव्यांगों का कहना था कि सरकार की ओर से मदद के नाम पर उनके साथ मजाक किया गया है। हमें जो ट्राई साइकिल दी गई है। उसे कबाड़ कहना ज्यादा अच्छा होगा। इस साइकिल को चलने की स्थिति में लाने के लिए उन्हें अलग से हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे। ट्राई साइकिल पाने वाले दिव्यांगों ने बताया कि छपिया ब्लाक प्रमुख व अधिकारियों की तरफ से जो ट्राई साइकिल दिया गया उनमें सीट नहीं लगाई गई उनसे कहा गया कि सीट खुद लगवा ले।
यह साइकिल गौरा विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक प्रभात वर्मा व छपिया ब्लॉक प्रमुख अनिल पासवान द्वारा दिव्यांगों को वितरित किया गया। अपने साथ हुए इस मजाक के बाद दिव्यांगों और उनके परिजनों में रोष व्याप्त है। वहीं अधिकारी का कहना है कि उन्हें दिव्यांगों को वितरित करने के लिए जो मिला उसे उन्हें दे दिया।
यहीं नहीं इस मेले में सरसों बीज वितरण में अफरा तफरी देखने को मिली। यहां पर आए गरीबों ने बताया कि बीज वितरण उन्हें किया गया जो बीजेपी विधायक व ब्लॉक प्रमुख के करीबी है। वितरण के दौरान मेले में बीज के लिए लूट मच गई।