उत्तराखंड को अपना नया मुख्यमंत्री मिल चुका है। दरअसल, राज्य में जारी सियासी उथल-पुथल पर अब विराम लग गया है। पौढ़ी गढ़वाल से भारतीय जनता पार्टी के सांसद तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इस दौरान उत्तराखंड राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई।
आपको बता दें कि बीजेपी विधायक दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत को नेता चुना गया था। इसके साथ ही उनके उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था। इससे पहले वे उत्तराखंड में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि तीरथ सिंह रावत के पास प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभव है। मुझे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में राज्य प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा।
तीरथ सिंह रावत का परिचय
तीरथ सिंह का जन्म 9 अप्रैल 1964 को पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। तीरथ फिलहाल अभी पौड़ी लोकसभा सीट से ही सांसद हैं। इससे पहले साल 2012-2017 में चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। वह बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव के पद पर भी आसीन हैं। उन्होंने श्रीनगर गढ़वाल के बिरला कॉलेज से समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रैजुएट और पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह आरएसएस के साथ बतौर सामाजिक कार्यकर्ता जुड़ गए। पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था। तीरथ सिंह रावत वर्ष 2000 में नवगठित उत्तराखंड के प्रथम शिक्षा मंत्री चुने गए थे। इसके बाद 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए। इसके बाद प्रदेश चुनाव अधिकारी और प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। 2013 उत्तराखंड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे। 2012 में चौबटाखाल विधान सभा से विधायक निर्वाचित हुए और वर्ष 2013 में उत्तराखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने।