पीलीभीत/पीलीभीत के थाना विलसंडा में लगभग 1 माह पूर्व पीलीभीत के बिलसंडा में महिला का शव उसके ही फुटवियर शोरूम में फांसी पर लटकता मिला था।अपने ही शोरूम में फांसी पर लटकता शव देखकर बाजार वासियों के होश उड़ गए थे। स्थानीय लोगों द्वारा महिला की फांसी के फंदे पर झूलते शव की सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और स्थानीय लोगों की मदद से शव को नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।पीएम रिपोर्ट व बिलसंडा पुलिस द्वारा तप्तीस में यह खुलासा हुआ कि अभियुक्त कोई और नहीं बल्कि उसके बेटे व बहु खुद है।
पीलीभीत की बिलसंडा थाना प्रभारी सीपी शुक्ला द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 माह पूर्व 55 वर्षीय महिला उमा जायसवाल जो कि कस्बे की रहने वाली थी।जिसका अपने ही घर में लगे जाल में साड़ी के फंदे पर लटकता शव बरामद किया गया था।थाना प्रभारी के अनुसार गिरफ्तार बेटा राहुल जायसवाल व उसकी कथित प्रेमिका प्रियंका पांडेय के प्रेम प्रसंग व हावभाव से उमा परेशान रहती थी। कई बार वह इसका विरोध भी किया करती थी।दोनों के बीच विवाद हुआ और सोची समझी साजिश के चलते दोनों ने उमा की हत्या कर कर दी थी और उसे फांसी पर लटका दिया। उमा जायसवाल के शव का पोस्टमार्टम के बाद ये खुलासा हो सका है।
पुलिस के अनुसार मृतका फुटवियर का बिज़नेस करती थी और बिलसंडा के मुख्य बाजार में उसका एक शोरूम था। स्थानीय लोगों ने बताया,कि मृतका उमा जायसवाल के पती अमरीश जायसवाल की अभी कुछ सालों पहले ही हार्ट अटैक से मौत हो चुकी थी।पति की मौत के बाद बेटे राहुल व कथित बहू प्रियंका भी उमा के साथ एक ही घर में रहते थे। उमा जायसवाल की मौत के बाद बेटा-बहु अपना सर पटक-पटक कर रोने का नाटक करते रहे। पुलिस के खुलासे में ये दोनों ही हत्यारे निकले। बिलसंडा पुलिस प्रभारी निरीक्षक चन्द्रप्रकाश शुक्ल ने अपनी टीम के साथ उमा हत्या कांड के प्रकाश में आये अभियुक्त राहुल जायसवाल पुत्र स्व. अमरीश जायसवाल व अभियुक्ता प्रियंका पाण्डेय पुत्री ऋषि देव पाण्डेय,ग्राम पोखरा थाना महाराजगंज जिला शिवान बिहार को सम्बन्धित मुकद्दमा संख्या 240/18 धारा 302 भादवि में गिऱफ्तार कर जेल भेज दिया है।