केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने ‘पुलिस स्मृति दिवस’ पर देश की सार्वभौमिकता की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी
“पुलिस बल साहस, संयम व परिश्रम की पराकाष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है ‘पुलिस स्मृति दिवस’ पर देश की सार्वभौमिकता की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीर जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन करता हूँ”
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानन्द राय और श्री अजय मिश्रा ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए
श्री नित्यानन्द राय ने कहा पडोसी देश की विस्तारवादी हरकतों का हमारे देश के बहादुर जवानों ने मुहतोड़ जवाब दिया है और उनके प्रयासों को पूरी तरह विफल करते हुए यह सन्देश दिया है कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकता
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने ‘पुलिस स्मृति दिवस’ पर देश की सार्वभौमिकता की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी है। एक ट्वीट में श्री अमित शाह ने कहा कि “पुलिस बल साहस, संयम व परिश्रम की पराकाष्ठा का अप्रतिम उदाहरण है। ‘पुलिस स्मृति दिवस’ पर देश की सार्वभौमिकता की रक्षा हेतु अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीर जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन करता हूँ। हर पुलिसकर्मी का त्याग व समर्पण हमें राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देता है”।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानन्द राय और श्री अजय मिश्रा ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
अपने संबोधन में श्री नित्यानन्द राय ने कहा कि आज पुलिस बिरादरी के लिए एक हृदयस्पर्शी दिन है। आज के दिन हम उन सभी पुलिसकर्मियों के बलिदानों को याद करते हैं जिन्होंने कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होने कहा कि केवल पुलिस बिरादरी ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए यह भी श्रद्धांजलि देने का दिन है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल और कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से, मैं उन सभी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने राष्ट्र के प्रति अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। मैं उनके परिजनों का भी अभिनंदन करता हूँ जो समान रूप से आदर और सम्मान के पात्र हैं।
श्री नित्यानन्द राय ने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को आज ही के दिन चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख के Hot Spring क्षेत्र में एक पुलिस पेट्रोल पर हमला कर 10 भारतीय जवानों की हत्या कर दी थी। वर्ष 1960 से ही, आज के दिन पुलिसकर्मियों के सर्वोच्च बलिदान की याद में देश भर में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि पडोसी देश की विस्तारवादी हरकतों का हमारे देश के बहादुर जवानों ने मुहतोड़ जवाब दिया है और उनके प्रयासों को पूरी तरह विफल करते हुए यह सन्देश दिया है कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकता। श्री राय ने कहा कि आज मोदी जी के नेतृत्व में भारत हर प्रकार से मजबूत हुआ है और हमारा मनोबल भी ऊँचा हुआ है। इस सन्दर्भ में ITBP का महत्वपूर्ण योगदान है। ऐसे में सम्पूर्ण राष्ट्र को ITBP के उन कर्मियों पर गर्व है जिन्होंने हमारे सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राष्ट्र की सुरक्षा में अपना योगदान दिया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि जब कभी हमारे सामने आन्तरिक अथवा बाह्य सुरक्षा को लेकर कुछ चुनौतियां आईं तो हमने उस पर मजबूती के साथ कदम उठाकर सफलता के साथ कार्यवाही की। कभी-कभी राष्ट्र विरोधी ताकतें देश में अस्थिरता उत्पन्न करने के लिए इन परिस्थियों का लाभ उठाने का प्रयास करती है किन्तु आपके शौर्य, साहस और संकल्प के बल पर हम देश को विश्वास दिलाना चाहते है कि उनके नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे। श्री नित्यानंद राय ने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर कई और बदलाव देखने को मिल रहे हैं। केवल सुरक्षा में ही नहीं बल्कि जलवायु परिवर्तन के कारण गंभीर प्राकृतिक आपदाओं में भी आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के दौरान, पुलिसकर्मियों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ही सहायता का पहला हाथ बढ़ाते आए हैं। ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए हमें अपनी क्षमताओं को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
श्री नित्यानंद राय ने कहा कि विश्व स्तर पर, ऐसी ही एक अन्य आपदा कोविड महामारी थी जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया। जैसा कि गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने पिछले साल कहा था, चिकित्सा से जुड़े लोगों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों ने भी कोविड के खिलाफ मोर्चा संभाला और संक्रमण की रोकथाम व आम जन-जीवन की रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लगभग 3.5 लाख से अधिक पुलिसकर्मी इस बीमारी का शिकार हुए और 2,458 कर्मियों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। माननीय प्रधानमंत्री जी के विशेष निर्देशानुसार इस वर्ष की परेड ऐसे पुलिसकर्मियों को समर्पित है जिन्होंने इस महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार, राज्यों और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के सभी पुलिस बलों को नए उपकरणों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है और केंद्र द्वारा राज्यों को दिया जाने वाला आधुनिकीकरण फंड इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। CAPF जवानों के लिए भारत सरकार की आयुष्मान CAPF स्वास्थ्य योजना का माननीय गृह मंत्री जी द्वारा जनवरी 2021 में गुवाहाटी में शुभारम्भ किया गया। इससे CAPF कर्मियों और उनके परिजनों को काफी हद तक स्वास्थ्य सुरक्षा मिलेगी। हम राज्य पुलिस बलों से अपने कर्मियों और उनके परिजनों के लिए इस योजना को अपनाने हेतु आग्रह कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि 12 राज्यों ने इस योजना को पूरी तरह अथवा कुछ आंशिक परिवर्तनों के साथ कार्यान्वित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। श्री राय ने कहा कि पुलिसकर्मियों के मानसिक तनाव की समस्या से निपटने के लिए भी बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं। काम का स्वरूप और ड्यूटी की लंबी अवधि, निश्चित रूप से अनेक पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। इस समस्या पर मोदी सरकार ने विशेष ध्यान देते हुए उपाय शुरू किये हैं जिससे विशेषज्ञों की सहायता से इस तरह के मामलों से निपट सकें।
श्री नित्यानंद राय ने कहा किआज हम सब एक विशेष स्थान पर खड़े हैं। जैसा कि गृह मंत्री जी ने पिछले वर्ष कहा था, माननीय प्रधानमंत्री जी के विशेष आदेश पर इस सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कर्तव्य पथ पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों के सम्मान में एक उपयुक्त स्मारक दिल्ली के प्रमुख स्थान पर निर्मित किया जाए। आज यह स्मृति स्थल बनकर तैयार है और हम यह सुनिश्चित करने का भी प्रयास कर रहे हैं कि सभी पुलिसकर्मियों के लिए यह एक तीर्थस्थल बने। साथ ही हम चाहते हैं कि यह स्थान सभी देशवासियों के बीच भी एक तीर्थस्थल के रूप में प्रचलित हो। उन्होने कहा कि आम लोगों की दिनचर्या में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण होते हुए भी पीछे रह जाती है। देश में बहुत कम लोग जानते हैं कि आम आदमी के लिए सुरक्षित दैनिक कार्यकलाप सुनिश्चित करने के लिये पुलिसकर्मी निर्भीक होकर अनेक संकटों से जूझते हैं। देश की शांति और सुरक्षा हेतु पिछले एक वर्ष में 377 पुलिसकर्मियों ने अपने प्राण न्यौछावर किये हैं और देश की आजादी के बाद से 35,780 पुलिस कर्मियों ने आपने प्राणों की आहुति दी है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय ने सभी राज्य पुलिस बलों से अनुरोध किया है कि वे अपने मुख्यमंत्री और पुलिस प्रमुख को राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर जाने का आग्रह करें। विशेष रूप से स्कूली बच्चों को यहाँ आने के लिए प्रेरित किया है। उन्होने कहा कि यह संतोष का विषय है कि लगभग 4 लाख स्कूली बच्चे यहाँ आए और वीर पुलिसकर्मियों के बलिदान से प्रेरणा ग्रहण की। यही नहीं अनेक विदेशी प्रतिनिधियों ने भी इस स्मारक की यात्रा की और उन्होंने जाना कि भारत अपने पुलिस कर्मिंयों की शहादत का सम्मान अपने हृदय में संजो कर रखता है। श्री राय ने कहा कि इस वर्ष जबकि हम अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगांठ “अमृत महोत्सव” समारोह के रूप में मना रहे हैं ऐसे में यह “राष्ट्रीय पुलिस स्मारक” अनेक विशेष कार्यक्रमों का गवाह बनेगा। उन्होने कहा कि अगले 9 दिनों में, यहाँ पुलिस संगठनों के कर्मियों और उनके परिजनों को विभिन्न बलों की भूमिका और देश की रक्षा में उनके बलिदानों के बारे में जानकारी देने वाले अनेक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
श्री नित्यानंद राय ने कहा कि इस पवित्र स्मारक से, मैं एक बार फिर अपनी और अपनी सरकार की ओर से यह विश्वास दिलाता हूँ कि हम ड्यूटी पर तैनात प्रत्येक पुलिसकर्मी और उनके परिजनों के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। साथ ही सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों का सम्मान और उनके परिजनों की पूरी देखभाल के लिए हर संभव प्रयास किए जाएँगे। मैं एक बार फिर देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
कार्यक्रम में केंद्रीय गृह सचिव, आईबी निदेशक, दिल्ली पुलिस आयुक्त, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।