रिपोर्ट- गोपाल महेश्वरी
उन्नाव में अवैध होर्डिंग लगा कर प्रचार का व्यापार करने वाले प्रिंटर्स हर माह लाखो रुपये के राजस्व की चोरी कर रहे हैं। उन्नाव में अवैध होर्डिंग और यूनिपोल के माध्यम से काली कमाई करने वाले प्रिंटर्स और विज्ञापन एजेंसी नगर पालिका के लाखों रूपये का राजस्व पिछले 8 महीने से लूट रहे हैं। यह सब नगर पालिका के जिम्मेदारों की मिली भगत से चल रहा है।
आपको बता दें कि ये होर्डिंग और यूनिपोल लगाने वाले इतने बेखौफ हो गए हैं कि नगर पालिका की होर्डिंग लगाने के बदले में भी पैसे वसूल कार्टर हैं। हालाकिं पूर्व में जिला धिकारी रहे देवेंद्र पांडेय ने मानकों की अनदेखी कर लगाए गए यूनीपोल को तुरंत हटवाने के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी का स्थान्तरण होने बाद इन प्रिंटर्स वालो ने एक बार फिर बिना मानक यूनिपोल लगा दिए हैं। वर्तमान जिलाधिकारी ने भी मामले का संज्ञान लेकर सभी यूनिपोल तुरंत हटवाने और दोषी प्रिंटर्स पर एफआईआर के आदेश दिए हैं।
उन्नाव में नगर पालिका के जिम्मेदारों की मिली भगत से हर माह पालिका को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा हैं। नगर पालिक उन्नाव के खजाने की खुले तौर पर लूट करने वालो में कोई और नही बल्कि शहर के कुछ प्रिंटिंग प्रेस संचालक हैं। जो फ्लैक्स छापने से लेकर होर्डिंग यूनिपोल लगाने का काम करते हैं। सिर्फ कुछ नेताओं की कारख़ासी करके ये प्रिंटर्स और एडवरटाइजिंग एजेंसी वाले सरकारी खजाने पर डाका डाल रहे हैं। मार्च 2020 के बाद से नगर पालिका में होर्डिंग लगाने का ठेका तो नहीं हुआ, लेकिन 10 महीने बाद भी नए साल के मौके पर धड़ाधड़ खुलेआम बधाई संदेश की होल्डिंग्स से शहर को पाट दिया गया है।
होर्डिंग लगाने के एवज में प्रिंटर्स लोगों से मोटी रकम तो वसूल कर रहे हैं लेकिन पालिका में पालिका के हिस्से का सरकारी राजस्व जमा नहीं कर रहे हैं। बावजूद इसके नगर पालिका के अधिकारी प्रिंटर्स के साथ हां हुजूरी करने में लगे रहते हैं। बता दें कि नगर पालिका क्षेत्र में होर्डिंग और यूनीपोल लगाने के एवज में नगर पालिका टेंडर करती है और टेंडर हासिल करने वाली एजेंसी या प्रिंटर्स से 6 रुपये प्रति स्क्वायर फीट के हिसाब से राजस्व वसूल करती है। पालिका के रिकॉर्ड में करीब 200 होल्डिंग स्ट्रक्चर और यूनीपोल दर्ज हैं।
जबकि शहर में 800 से ज्यादा होर्डिंग स्ट्रक्चर और यूनीपोल लगे हुए हैं। इस लिहाज से नगर पालिका को प्रतिमाह करीब दस लाख रुपए के राजस्व का चूना लग रहा है, वही मार्च के बाद से अब तक की बात की जाए तो इन प्रिंटर्स ने अब तक नगरपालिका का करीब एक करोड़ रुपए का राजस्व लूट लिया है और जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ हाथ पर हाथ रखकर बैठे हैं। मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी उन्नाव रविंद्र कुमार ने नगरपालिका और सिटी मजिस्ट्रेट को मामले में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि डीएम के आदेश पर आज देर रात तक सभी होल्डिंग्स को हटा दिया जाएगा, होल्डिंग्स ना हटाने की स्थिति में कल सभी पांच प्रिंटर्स वैष्णो प्रिंटर्स, ओम प्रिंटर्स, क्रेज प्रिंटर्स, संदीप गुप्ता और नितिन कानपुर को नोटिस भेजा जा चुका है।