मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। केंद्र द्वारा की गई आर्थिक पैकेज की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में एमएसएमई सेक्टर के 56,754 उद्यमियों को एकमुश्त दो हजार 2 करोड़ के लोन बांट दिया। जिससे उद्यमियों को लोन देने के साथ ही 56754 इकाईयों से दो लाख लोगों को रोजगार की गारंटी मिल गई है। वहीं एमएसएमई सेक्टर में रोजगार उपलब्ध कराने के लिये एमएसएमई का साथी पोर्टल भी लॉन्च किया। इस दौरान उन्होंने सिंगल विंडो सिस्टम की तस्वीर भी दिखाई।योगी ने गुरुवार को लखनऊ में रोजगार संगम ऑनलाइन कर्ज मेले का शुभारंभ किया। एक क्लिक पर ऑनलाइन दो हजार से लेकर दो करोड़ रुपये के लोन देकर रोजगार संगम ऑनलाइन मेला की व्यापक शुरूआत किया।
ऋण मेले के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम (एमएसएमई) उद्यम से जुड़े उद्यमियों चेक भी सौंपा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि अब दीपावली में चीन से गौरी-गणेश की मूर्तियां न आएं। गोरखपुर के टेराकोटा में चीन से बेहतर मूर्तियां बनाने का हुनर है। हम यूपी में देश का सबसे बड़ा एमएसएमई सेक्टर बनाना चाहते हैं। हम कामगारों व श्रमिकों को यूपी की ताकत बनाएंगे। यह हमारे लिए पलायन का कलंक हटाने का भी बड़ा अवसर है, इसलिए हम कामगारों व श्रमिकों की स्किलिंग की स्केलिंग भी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान ही यूपी में पीपीई किट की 26 यूनिटें खड़ी हुईं। ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) पर विशेष फोकस कर इस मुहिम से जुड़ने वाले उद्यमियों को प्रोत्साहन देने की कोशिश की।उन्होंने बताया कि पिछले तीन सालों मेंओडीओपी से यूपी के उत्पादों और इस उद्यम को नई पहचान मिली है, साथ ही प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोत्तरी हुई है। प्रदेश में छोटी बड़ी मिलाकर 90 लाख एमएसएमई इकाईयां हैं। हमारी कोशिश है कि हम इकाई में कम से कम एक नया रोजगार सृजित कर सकें।