दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई चल रही है। शुक्रवार को यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से अदालत में जानकारी दी गई कि अगर उद्योग बंद किये गए तो प्रदेश में गन्ना और दूध उद्योग प्रभावित हो सकते हैं। योगी सरकार ने कोर्ट को बताया कि हवा के दबाव के लिहाज से यूपी नीचे है।
सीजेई ने ली चुटकी: सर्वोच्च अदालत में योगी सरकार की तरफ से पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील रंजीत कुमार ने कहा कि राज्य में अधिकतर हवा पाकिस्तान से आ रही है। इस दलील पर मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने चुटकी लेते हुए कहा कि तो क्या आप पाकिस्तान में उद्योगों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं!
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। वहीं, प्रदूषण मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दी कि इससे निपटने के लिए पांच सदस्यों की इंफोर्समेंट टास्क फोर्स गठित की गई है। गौरतलब है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर दिल्ली के 17 वर्षीय छात्र आदित्य दुबे ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
सीजेआई रमना ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि हमने केंद्र और एनसीटी के हलफनामे को देखा है। उसमें दिये प्रस्तावों को ध्यान में रखा है। हम केंद्र और दिल्ली के एनसीटी को 2 दिसंबर के आदेशों को लागू करने का निर्देश देते हैं और हम मामले को आगे भी लंबित रखते हैं। बता दें कि कोर्ट ने कहा कि इस मामले पर अगले शुक्रवार को फिर सुनवाई करेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पाई की गयी। वहीं न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार को सुबह नौ बजे 358 रहा। पड़ोसी एनसीआर शहरों फरीदाबाद (289) और ग्रेटर नोएडा (250) में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को सुबह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।