मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। शनिवार को उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान और बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 24 लोगों की मौतें हो गईं। सबसे अधिक आठ लोगों मौतें की उन्नाव में हुई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को पूरी तत्परता से प्रभावितों को राहत व मदद पहुंचाने के साथ इस आपदा में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में आंधी-तूफान और बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से उन्नाव में आठ, कन्नौज पांच, आगरा तीन, रायबरेली दो और कानपुर, बांदा, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर व मैनपुरी में एक-एक मौतें हुई हैं।आगरा में तीन घायल हुए और 10 पशुओं की मौतें हुई हैं। तीन कच्चे मकान और एक झोपड़ी ढह गई। मैनपुरी में 20 पशुओं के मारने की भी सूचना है।
इसके अलावा पीलीभीत में एक के घायल होने की सूचना है। कन्नौज में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। राहत आयुक्त ने जिलाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। सेंट्रल यूपी और बुंदेलखंड आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने कहर बरपा। इससे मक्का, उड़द, मूंग जैसी दलहनी फसलों के अलावा सब्जी की खेती को भारी नुकसान हुआ। कानपुर और आसपास के जिलों में क्रय केंद्रों में बाहर पड़ा सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया। ताजमहल के गेट की चूलें हिली, रेलिंगें टूटीं तूफान से ताजमहल सहित अन्य स्मारक भी प्रभावित हुए हैं।ताजमहल के पश्चिमी गेट की चूलें हिल गईं। दरवाजे में क्रेक आ गया है।कई रेलिंगें टूट गईं।पेड़ भी गिर गए।सारे स्मारकों में लगभग 35 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
ताजमहल के मुख्य गुंबद के प्लेटफॉर्म की आठ और चमेली फर्श की दो जालियां टूट गईं। पश्चिमी गेट बुकिंग विंडो की ओर लगी फॉल सीलिंग उखड़ गई। डीएफएमडी भी टूट गए। तीन दर्जन से ज्यादा पेड़ों की डालियां गिर गईं। पाथवे पर टूटी डालियां पड़ी हुई हैं। मजदूर न होने के कारण लॉकडाउन खुलने के बाद ही काम शुरू हो सकेगा। सिकंदरा मकबरे में इनले पीस टूटकर गिर गए। मेहताब बाग में एक दीवार ही गिर गई। मरियम टॉम्ब में भी पेड़ों के गिरने से काफी नुकसान हुआ है।इधर, पुरातत्व महानिदेशक वी विद्यावती शनिवार दोपहर लगभग 12.30 बजे ताजमहल पहुंच गईं। उन्होंने यहां हुए नुकसान का जायजा लिया।