कन्हैया लाल यादव/बलरामपुर पहाड़ी नाले में हो रहे अवैध बालू खनन को लेकर ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थानीय पुलिस और बालू माफियाओं की सांठगांठ की कलई खोलते हुए सैकड़ों की संख्या में पहुंचे महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों ने अवैध खनन का विरोध किया। वहीं इस विरोध के चलते ग्रामीणों ने दंबगों पर फर्जी मुकदमे में फसाए जाने की धमकी देने का भी आरोप लगाया। इसी क्रम में ग्रामीणों ने दबंग बालू माफियाओं से निजात दिलाने, अवैध बालू खनन पर रोक लगाने और जान-माल की सुरक्षा की मांग कर अपरजिलाधिकारी को पत्र सौंपा।
सूरज ढलते ही पहाड़ी नाले से हो रहे अवैध बालू खनन के विरोध में हरैया थाना अंतर्गत ग्राम फुलवरिया के आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला अधिकारी कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने अवैध खनन रोकने के लिए जिला अधिकारी के नाम संबोधित पत्र अपर जिला अधिकारी को सौंपा। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे महिला पुरुष प्रदर्शनकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस और बालू माफियाओं की मजबूत सांठगांठ के चलते गांव के बगल से गुजर रही पहाड़ी नाले जमधरा में दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली रात भर अवैध खनन करते हैं। जिससे ग्रामीणों का जीना दुर्लभ हो गया है। नाले में हो रहे खनन के चलते बरसात के दिनों में उपजाऊ जमीन कटान का शिकार होकर नाले में समाहित हो रही है। जिससे आसपास के काश्तकारों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अवैध खनन का विरोध करने पर दबंग माफियाओं द्वारा जान-माल और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जाती है। विगत दिनों अवैध खनन के विरोध के कारण ग्राम प्रधान पति को दबंग माफियाओं के गुस्से का शिकार होना पड़ा था। इसके साथ ही ग्राम प्रधान पति को फर्जी मुकदमे में जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। इस मामले में अधिकारियों की उदासीन रवैये के चलते अवैध बालू खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। प्रदर्शनकारियों ने अवैध बालू खनन पर प्रभावी रोक लगाने तथा दबंग बालू माफियाओं के उत्पीड़न से निजात दिलाने की मांग की है।