दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज ने लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार के खिलाफ कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी द्वारा न्याय की आवाज उठाने पर उन्हें मोदी योगी सरकार ने 35 घंटों से ज्यादा समय से हिरासत में लिया हुआ है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था में खतरनाक है, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि यह कैसा राम राज्य है। यह तानाशाही है।
श्री अनिल भारद्वाज ने कहा –
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए श्री अनिल भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की विंटर एक्शन योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हांने अपने 10 सूत्री कार्यक्रम में पराली को प्रथम और वाहनों को प्रदूषण के लिए जिम्मेदार में सबसे निचले स्थान पर रखा है जबकि वाहनों से 41 प्रतिशत का प्रदूषण के लिए प्रमुखता से जिम्मेदार है जबकि पराली से केवल 4 प्रतिशत प्रदूषण ही होता है।
साथ ही उन्होंने बताया की केजरीवाल का पराली गलाने का घोल दिल्ली में पूरी तरह विफल साबित रहा है क्योंकि पिछले वर्ष डि-कम्पोजर के तहत 1500 किसानां को पंजीकृत किया तथा 310 किसानों ने ही डि-कम्पोज़र का इस्तेमाल किया। पिछले वर्ष 40,000 रुपये का घोल ही सरकार ने किसानों को दिया जबकि डि-कम्पोजर के लिए 16 करोड़ रुपये उसके प्रचार में खर्च कर दिए। श्री भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल के क्रांतिकारी घोल को इस्तेमाल करने के लिए वर्तमान वर्ष में 44 प्रतिशत कम केवल 844 किसानों ने ही पंजीकरण कराया है जबकि सरकार ने जमीन का दायरा 117 प्रतिशत बढ़ाकर 4200 एकड़ कर दिया है जिसमें बासमती और नॉन बासमती दोनो को शामिल किया गया है।
उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली कांग्रेस चेतावनी देती है कि केजरीवाल की इस वर्ष भी विंटर एक्शन योजना कहीं मानसून एक्शन प्लान की तरह पुनः विफल साबित न हो इसके लिए दिल्ली सरकार को ठोस नीति बनानी होगी, नही तो दिल्ली प्रत्येक वर्ष की भांति आने वाले समय में फिर से गैस चैम्बर बन जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदूषण की समस्या का समाधान करने के लिए दिल्ली सरकार को प्रचार से बाहर निकलकर जमीनी स्तर पर काम करे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार चौतरफा असफलता के बावजूद पराली को प्रदूषण का मुख्य कारण बताने वाले मुख्यमंत्री यह क्यों भूल जाते है पड़ौसी राज्यों में चलने वाले 10-11 थर्मल पावर स्टेशन की जहरीली गैस की राजधानी में 19 प्रतिशत प्रदूषण की हिस्सेदारी है।
वहीं उन्होंने बताया कि तीन काले कानूनों के खिलाफ किसानां के हित और किसान मित्र बनने की बात करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल वास्तविकता में किसान विरोधी है। उन्होंने किसान विरोधी कानून को सबसे पहले लागू किया और किसान मित्र योजना के जरिए केवल 6 किसानों को ही फायदा जबकि वोट लेने के बाद योजना को बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है जबकि किसानों के नरसंहार पर वे चुप है और उत्तर प्रदेश में चुनावी सभाओं में बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने के बावजूद लखीमपुर के पीड़ित किसान परिवारों से मिलने की कोशिश तक नही की।
अनिल भारद्वाज ने कहा कि केजरीवाल सरकार करोड़ो रुपये खर्च करके जो स्मॉग टावर लगाऐ है उन्हें वैज्ञानिक प्रदूषण रोकथाम के लिए सम्पूर्ण समाधान नही मानते जबकि बिना शुरुआत के ही केजरीवाल ने स्मॉग टावर का उद्घाटन करके करोड़ो रुपये विज्ञापनों पर खर्च कर दिए। उन्होंने कहा कि अभी तक 2 स्मॉग टावर लगाए है जो मात्र 2 किलोमीटर दायरे की वायु प्रदूषण को स्वच्छ करती है इसके भी नतीजे अभी तक सामने नही आए है। उन्होंने कहा दिल्ली में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करने वाले भाजपा और आम आदमी पार्टी जनता के हितों के मुद्दों पर कोई सकारात्मक कदम नही उठाती जबकि अपने हितों में दोनो पार्टी एकमत होकर निर्णय लेती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के निवासी पिछले अनुभव को देखते हुए आने वाली सर्दियों के बढ़ते प्रदूषण को लेकर डरे हुए है। दिल्लीवासियों को केजरीवाल के एक्शन प्लान के क्रियान्वन को लेकर आंशका है, जिन्हें दूर किया जाना चाहिए।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने बताया कि लखीमपुर घटना के विरोध में आज दिल्ली के सभी 14 जिला कांग्रेस कमेटियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में भाजपा जिला कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किए गए। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा के देश के किसानों से कितनी नफरत करती है यह बात लखीमपुर खीरी में भाजपा नेताओं द्वारा किसानों की हत्या के बाद साबित हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है, किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा क्या किसानों को जीने का हक नही है? मोदी सरकार के राज में अगर किसान आवाज उठाऐंगे तो उन्हें गोली मार दी जाएगी? जिला कांग्रेस अध्यक्षों के नेतृत्व में आयोजित विरोध प्रदर्शनों में पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, निगम पार्षद, पूर्व निगम पार्षद, ब्लाक अध्यक्ष, अग्रिम संगठनों, सैल एवं विभागों के पदाधिकारियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।