नितिन उपाध्याय/रवि..अभी हाल ही में भाजपा ने पीड़ीपी से अपना समर्थन वापस ले लिया और कश्मीर में गठबंधन सरकार गिरने से राज्यपाल शासन लग गया।लेकिन इन सब के बीच जम्मू कश्मीर में एक बार फिर नये जोड़ तोड़ की सरकार बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गयी है।राजनीति के गलियारों में चर्चा शुरू हो चुकी है कि जम्मू कश्मीर में भाजपा बिना महबूबा की मेहरबानी के सरकार बनाने की जोड़ तोड़ में जुट चुकी है।पीडीपी के चार विधायक भी महबूबा के बागी हो गये है उन्होंने भी पार्टी के खिलाफ बयान दिया है।राज्य में अभी अमरनाथ यात्रा चल रही है।
PDP के विधायक अब्दुल मजीद पड्डार का कहना है कि वह पार्टी से खुश नहीं हैं और अन्य विधायकों को भी सरकार बनाने की कोशिशें तलाशनी चाहिए. उनसे पहले इमरान अंसार, आबिद अंसारी, अब्बास अहमद भी पार्टी से नाराजगी की बात कर चुके हैं।असल में इस सुगबुगाहट के पीछे राज्य के प्रभारी राम माधव द्वारा 27 जून को किया गया एक ट्वीट है. इस ट्वीट के जरिए पोस्ट की गई तस्वीर में राम माधव श्रीनगर में पिछली सरकार में मंत्री रहे सज्जाद लोन के साथ राज्य के रोडमैप पर चर्चा करते दिख रहे हैं।इन सब चीजों के सामने आने पर ही राज्य.में भाजपा के सरकार बनाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है।
सरकार की संभावना पर भाजपा का मंथन
राज्य में अभी अमरनाथ यात्रा चल रही है और भाजपा चाहती है कि इन सब के बीच सरकार बनाने की हर संभावना पर चर्चा कर रही है।भाजपा चाहती है कि अमरनाथ यात्रा के बाद सरकार बनाने की कोशिश करेगी क्योंकि भाजपा नहीं चाहती है कि अमरनाथ यात्रा पर किसी भी प्रकार का कोई खलल ड़ले।भाजपा के प्रभारी राम माधव इन सब के बीच पीडीपी के विधायकों के साथ बैठक क रहे है।माना जा रहा है कि भाजपा अमरनाथ यात्रा के बाद सरकार बनाने की कोशिश को अमलीजामा पहनाने की कोशिश करेगी।बहरहाल भाजपा सरकार बनाने के लिए मंथन करने में जुटी है।